नई दिल्ली : बृजेश श्रीवास्तव। अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संघ (ISSA), भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली, DGUV जर्मनी एवं OSH एकेडमी नोएडा के सहयोग से आई आई टी दिल्ली में दिनांक 20 जनवरी 2025 को “विज़न ज़ीरो” प्रणाली द्वारा दुर्घटना मुक्त एवं सुरक्षित कार्य स्थल बनाए जाने विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय विज़न ज़ीरो सम्मेलन का आयोजन सफलतापूर्वक प्रारंभ हुआ, जिसके प्रथम दिन वैश्विक स्तर पर दुर्घटनाओं की रोकथाम और सुरक्षा उपायों को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने पर जोर दिया गया। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य विज़न ज़ीरो प्रणाली अपनाकर पूरे विश्व में सुरक्षित एवं दुर्घटना मुक्त कार्य वातावरण तैयार करना है जिससे भारत एवं अन्य देशों में पुनः भोपाल त्रासदी जैसी दुर्घटनाओ से बचा जा सके एवं शून्य दुर्घटना, शून्य बीमारी एवं सम्पूर्ण खुशहाली के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। 

इस सम्मेलन में देश एवं विदेश के प्रतिष्ठित सुरक्षा विशेषज्ञ, नीति निर्माता, गैर-सरकारी एवं  सरकारी संगठनो एवं अन्य प्रमुख शैक्षिक संस्थाओं के 250 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन में इस बात पर गहन विचार विमर्श हुआ कि विज़न जीरो प्रणाली अपनाकर  कार्यस्थल दुर्घटनाओं को पूरी तरह से रोकने के लिए समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है। इस सम्मेलन में वैश्विक रूप से सुरक्षित कार्य वातावरण की बढ़ोत्तरी के लिए रूप रेखा तैयार करना एवं सर्वोत्तम कार्य प्रथाओं, केस अध्ययनों और व्यावहारिक उपकरणों को साझा करने के लिए पहल की गई एवं जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया।

सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में राजेश कुमार पाठक, सचिव, प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार; प्रोफेसर कार्ल-हेंज नोएटेल, अध्यक्ष ISSA कंस्ट्रक्शन, जर्मनी; डॉ अवनीश सिंह, पूर्व महानिदेशक, डी जी फ़सली, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार एवं अन्तराष्ट्रीय समन्वयक विज़न ज़ीरो रेटिंग सिस्टम, भारत; प्रोफेसर विवेक कुमार, प्रमुख, सीआरडीटी, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी); डॉ ब्रिज मोहन, पूर्व निदेशक डी जी फ़सली एवं राष्ट्रीय समन्वयक विज़न ज़ीरो रेटिंग सिस्टम उपस्थित रहे। 

सम्मेलन के प्रथम दिन देश एवं विदेश के ख्याति प्राप्त वक्ताओ द्वारा विज़न ज़ीरो रेटिंग सिस्टम के 3 तकनीकी सत्र आयोजित किए गए। द्वितीय दिवस में भी 4 तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे। जिसमें औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य  क्षेत्र के विशेषज्ञ वक्ता अपने व्याख्यानों द्वारा विजन ज़ीरो प्रणाली अपनाए जाने पर महत्वपूर्ण चर्चा करेंगे।  सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में विशेषज्ञों द्वारा जोर दिया गया कि शिक्षा और जन जागरूकता अभियानों के माध्यम से विज़न ज़ीरो प्रणाली अपनाकर लोगों को सुरक्षित व्यवहार के प्रति प्रेरित किया जा सकता है। इसी सत्र में  “अतीत से सीख" विषय पर एक कैलंडर का विमोचन भी किया गया। 

उद्घाटन सत्र में यह बात भी सामने आई कि विज़न ज़ीरो दृष्टिकोण केवल एक विचार नहीं, बल्कि एक लक्ष्य है जिसे हम सब मिलकर प्राप्त कर सकते हैं। सभी प्रतिभागियों से यह अपील की गई कि वे अपने-अपने स्तर पर विज़न ज़ीरो प्रणाली अपनाने का प्रयास करें ताकि दुर्घटनाओं मे कमी लाई जा सके एवं कार्य स्थल सुरक्षित बने। 

इस सम्मेलन द्वारा यह संदेश दिया जा रहा है कि जब तक हम सब मिलकर विज़न ज़ीरो रेटिंग सिस्टम पर काम नहीं करेंगे, तब तक उद्योगों कि कार्य प्रणालियों में वास्तविक परिवर्तन संभव नहीं होगा। यह समर्पण और सहयोग का समय है ताकि हम आने वाले वर्षों में सुरक्षित और दुर्घटनाओं से मुक्त कार्य स्थल का निर्माण कर सकें।



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