पीड़ित परिवार ने कहा न्याय नहीं मिला तो कर लेंगे आत्मदाह

ग़ाज़ियाबाद। सोमवार को नवयुग मार्केट स्थित एक रेस्टोरेंट में एक प्रेस वार्ता का आयोजन हुआ। जिसमें एक पीड़ित परिवार ने भूमाफियाओं के साथ पुलिस प्रशासन पर सांठगांठ करने और उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह आत्मदाह करने को मजबूर होंगे। सोमवार को एक पीड़ित परिवार अनुज कुमार गुप्ता, उनकी पत्नी  संगीता गुप्ता, बेटी अनुष्का गुप्ता, बेटा आयुष गुप्ता सहित परिवार के अन्य लोगों ने एक प्रेस वार्ता के माध्यम से बताया कि पिछले 2 वर्षों से भू माफिया और पुलिस प्रशासन आपस में सांठगांठ कर हमारा उत्पीड़न कर रहे हैं। जिसको हम अब बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने अपने परिवार को इस उत्पीड़न से बचाने के लिए मीडिया के माध्यम से प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है। 

अनुज गुप्ता ने बताया की हम मध्यम वर्गीय परिवार से हैं और मैं एक व्यापारी हूँ। बहुत ही ईमानदारी से 1990 से अपनी दुकान चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा हूँ। 35 वर्ष पूर्व मेरे स्वर्गीय पिताजी और स्वर्गीय माता जी के द्वारा अपने परिवार के उज्जवल भविष्य के लिए लोकप्रिय बिहार मकनपुर खोड़ा कॉलोनी में प्लॉट खरीदे थे। जो की माता-पिता की मृत्यु के उपरांत हमें विरासत के रूप में मिले जिसे हम पिछले 35 वर्षों से प्रयोग कर रहे थे और अपने मकान एवं व्यवसायिक परिसर पर लगभग 35 वर्ष से काबिज चले आ रहे हैं। जिसके समस्त दस्तावेज मेरे पास उपलब्ध हैं। परंतु 2 वर्षों से हमारे परिवार को सक्रिय भू माफिया एवं बदमाश किस्म के लोगों का उत्पीडन सहन करना पड़ रहा है। 

बड़े ही सुनियोजित तरीके से हमारे व्यावसायिक एवं रिहाईशी परिसर में दिनदहाड़े डकैती डालकर मेरी संपत्ति को खुर्द-बुर्द एवं कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। मुझ पर एवं मेरे परिवार पर कई बार सामूहिक हमला किया जा चुका है और हमें जान से मारने की धमकी भी लगातार मिल रही है। जिसके चश्मदीद गवाह अनेक सीसीटीवी फुटेज और ऑडियो वीडियो क्लिप मेरे पास प्रमाण के रूप में उपलब्ध हैं। भूमाफियाओं ने अपने रसूख बाहुबल तथा प्रशासन से सांठगांठ करके मेरी प्रॉपर्टी के फर्जी दस्तावेज तैयार कर रखे हैं। पिछले दो वर्षों से अनगिनत बार हमने 112 पर पुलिस को कॉल करके सूचना दी। अनेकों प्रार्थना पत्र के माध्यम से जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से शिकायतें कीं। लेकिन आज तक पुलिस प्रशासन में हमारी शिकायत पर इन भू माफिया के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। उल्टा मुझ पर एवं मेरे परिवार पर आधा दर्जन फर्जी मुकदमे लगा दिए गए हैं।

अनुज गुप्ता ने बताया कि मेरा बेटा जो की एक स्टूडेंट है, उस पर भी एक फर्जी मुकदमा लगाकर ₹10000 का इनाम घोषित कर दिया है और पुलिस कह रही है कि उसे देखते ही गोली मार देंगे। मेरा पूरा परिवार जान बचाने के लिए दर-दर भटक रहा है। पुलिस प्रशासन के बर्बरता पूर्वक व्यवहार के कारण मेरे बेटे को भगोड़ा घोषित कर दिया गया है। मेरी पत्नी संगीता गुप्ता गंभीर बीमारी कैंसर से पीड़ित है। उस पर भी फर्जी मुकदमे लगा दिए गए हैं। मेरी बेटी अनुष्का गुप्ता जो कि केवल 12 वर्ष की है। वह 4 महीने से स्कूल नहीं जा पा रही है। मेरी चाची उर्मिला गुप्ता जिनकी उम्र 74 वर्ष है, विधवा महिला हैं। लेकिन षड्यंत्र के तहत उन पर भी एक फर्जी मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। मेरा परिवार पिछले 4 महीने से अपना निवास स्थान छोड़कर दर-दर भटक रहा है। हमारे ऊपर लगातार दबाव बनाया जा रहा है कि हम अपनी संपत्तियों को छोड़ दें और भू- माफियाओं से समझौता करने पर मजबूर हो जाएं, नहीं तो हमारे परिवार के सदस्यों पर गैंगस्टर जैसी आपराधिक धाराएं लगाकर जेल भेज दिया जाएगा और बेटे का एनकाउंटर कर दिया जाएगा। 

अनुज गुप्ता ने बताया कि पुलिस सारी जांच-पड़ताल एक तरफा कर रही है। उन्होंने कहा कि हमें पिछले दो वर्षों में भू-माफियाओं एवं पुलिस द्वारा बर्बाद कर दिया गया है। पुलिस के बर्बरता पूर्ण व्यवहार के कारण मेरा पूरा परिवार मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हो रहा है। मेरा व्यापार पूरी तरह तबाह हो चुका है। समाज में मेरा मान सम्मान एवं स्वाभिमान भी खत्म हो चुका है‌। मेरे व्यवसाय से जुड़े करीब 200 लोगों के परिवार का पालन-पोषण होता था। उनका कोई भविष्य नहीं बचा है। 

अनुज गुप्ता ने सक्रिय भूमाफियाओं के नाम भी बताए:  

उन्होंने बताया की लगभग 2 वर्षों से हमारे परिवार का सामना सक्रिय भू-माफियाओं पवन कुमार, राजेंद्र गोयल, रविंद्र गोयल, उमाकांत शर्मा, पृथ्वी सिंह, लाला गैंगस्टर, इकबाल कुरैशी, रोहतास नागर, हरेंद्र, समीरूद्दीन, हुसन बानो, नितिन देसाई, विक्रम धींगान, यूनुस मलिक, रियाजुद्दीन मलिक, नईमुद्दीन मलिक, युसूफ मलिक जो कि आपराधिक प्रवृत्ति के लोग हैं। इनमें कई लोगों पर गैंगस्टर सहित अन्य आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं एवं इनके साथ में 15 से 20 अज्ञात अधिवक्ता एवं महिलाओं का एक बड़ा समूह है। अंत में पीड़ित परिवार ने गुहार लगाते हुए कहा कि अगर अब भी हमें न्याय नहीं मिल सका तो अब हमारे पास आत्महत्या करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। पीड़ित परिवार ने हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि उनके व उनके परिवार को इन भूमाफियाओं से छुटकारा दिलाते हुए न्याय दिलाया जाए नहीं तो हम सामूहिक रूप से आत्मदाह करने को मजबूर होंगे।



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