ग़ाज़ियाबाद : बृजेश श्रीवास्तव। “होनहार बिरवान के होत चिकने पात” हिंदी भाषा का एक बेहद लोकप्रिय मुहावरा है। जिसका अर्थ होता है- प्रतिभाशाली व्यक्ति बचपन से ही अपनी प्रतिभा के लक्षण दिखाता है। इसी लोकोक्ति को साकार रूप देते हुए आंचल चौधरी का शैक्षणिक सफ़र रहा।
भाजपा के महानगर मीडिया प्रभारी प्रदीप चौधरी की सुपुत्री आंचल चौधरी ने बचपन से ही अपने परिवार से आचरण, संस्कार को प्राप्त करते हुए शुरू से ही शिक्षा और कला के क्षेत्र में अव्वल मुकाम हासिल किया। अपनी कक्षा में प्रथम आना और उसके लिए कड़ी मेहनत करने का जुनून रखते हुए अपनी हाइ स्कूल, इंटर मीडिएट, बीपीटी, एमपीटी आर्थो की परास्नातक शिक्षा प्राप्त की। बचपन से लेकर इंटर कॉलेज की पढ़ाई तक कक्षा में अव्वल रहते हुए भी कला प्रतियोगिता में अव्वल स्थान पर रहकर अपने कला कौशल को भी बरकरार रखा। चित्रकला तो उसको विरासत में अपने पापा प्रदीप चौधरी से मिली है। आंचल के पापा ऑयल कैनवास, वॉटर कलर पेंटिंग कला में पारंगत चित्रकार हैं मास्टर ऑफ आर्ट आगरा यूनिवर्सिटी डिग्री धारक हैं।
आंचल ने चिकित्सा शिक्षण क्षेत्र में जाने के मन से बीपीटी की पढ़ाई हेतु आईटीएस मेडीकल कॉलेज मुरादनगर में दाखिला लिया । वहां पर अपने साढ़े चार साल के शिक्षण के दौरान गोल्डमेडिलिस्ट सूची में नामित होकर अपनी बैचलर डिग्री को पूरा किया। उसके बाद गाजियाबाद के एमएमजी हॉस्पिटल से 6 माह की इंटर्नशिप पूरी कर मास्टर पूरा करने के लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से एमपीटी आर्थो की डिग्री पूरा करने की पढ़ाई जारी रखी। अपनी पढ़ाई के साथ साथ दिल्ली के प्रतिष्ठित हॉस्पिटल तथा राजनगर एक्सटेंशन में एक प्रतिष्ठित हॉस्पिटल में बतौर सीनियर फिजियोथैरेपिस्ट सेवा कार्य अनुभव भी प्राप्त किया।
25 नवम्बर को आंचल चौधरी सुमित मलिक संग परिणय सूत्र में बंधी। इन सभी खुशियों के साथ आंचल और उसके दोनों परिवार के लिए 14 दिसंबर की रात नई खुशियों को बिखेरती हुई आई। खुशी की बात थी आंचल का एमपीटी आर्थो का रिजल्ट आना जिसमें आंचल ने 94 प्रतिशत अंक के साथ प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कर कॉलेज की टॉपर सूची में शामिल होने का गौरव प्राप्त किया। अब आंचल अपने क्षेत्र में पूर्ण रूप से डॉक्टर आंचल चौधरी बनने के सपने को साकार कर चुकी है। उनका कहना है कि वह बेहद खुश हैं और अपने लड़की होने पर गर्व महसूस करती हैं। डॉक्टर आंचल चौधरी ने अपनी ओर से संदेश देते हुए कहा कि मां बाप और परिवार की ओर से बेटियों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए उसे उच्च शिक्षा प्राप्त करने का हर अवसर प्रदान करें। क्योंकि बेटियां शिक्षित होंगी तभी देश शिक्षित होगा। बेटी की पूर्ण शिक्षा ही बेटी के लिए सबसे अहम, अव्वल दर्जे का कन्यादान है।
आंचल को चौधरी परिवार और मलिक परिवार जनों तथा संबंधियों द्वारा ढेर सारी बधाई दी गई। बाकी बधाई देने वालों का सिलसिला जारी है। न्यूज़ लाइव टुडे चैनल आंचल को अपनी ओर से शुभकामनाएं बधाई प्रेषित करता है।
Post A Comment: