यकृत एवं गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जन डॉ रोहित सिंह
नोएडा : ”आजकल युवाओं की जीवन शैली पर पाश्चात्य दुष्प्रभाव के कारण कम उम्र में यकृत संबंधी गंभीर बीमारियां हो रही हैं, जिनका समय रहते पता नहीं चलता और जब पता चलता है तब तक बीमारी एडवांस स्टेज में पहुंच चुकी होती है और उसके निदान के लिए यकृत प्रत्यारोपण ही एक विकल्प रह जाता है। इसलिए सभी को चाहिए कि अपने लीवर की जांच करवाते रहें।” ये जानकारी यकृत एवं गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जन डॉ रोहित सिंह ने अपने नोएडा सेक्टर 39 स्थित क्लिनिक के शुभारंभ के अवसर पर न्यूज़ लाइव टुडे को दी।

बता दें कि डॉ. रोहित सिंह दिल्ली एनसीआर में एक प्रतिष्ठित लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन हैं, जो वर्तमान में मारेंगो एशिया हॉस्पिटल में कंसल्टेंट और सर्जन के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने 300 से अधिक लिवर और गैस्ट्रो सर्जरी सफलतापूर्वक की हैं और 250 सफल लिवर प्रत्यारोपण के कारण कम उम्र में ही उन्हें अपने क्षेत्र में एक कुशल विशेषज्ञ के रूप में प्रतिष्ठा मिली है।

माननीय राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू जी से एम. सीएच. की उपाधि लेते हुए डॉ रोहित सिंह

डॉ. सिंह ने इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलिअरी साइंसेज (आईएलबीएस) से हेपाटो-पैनक्रिएटो बाइलरी सर्जरी और लिवर ट्रांसप्लांट में एमसीएच की डिग्री हासिल की है। उन्हें ये उपाधि भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के हाथों से प्राप्त हुई उन्हें AMASI ग्रुप द्वारा मिनिमल एक्सेस सर्जरी के लिए फ़ेलोशिप डिग्री से भी सम्मानित किया गया है।

डॉ. सिंह ने एम्स दिल्ली, फोर्टिस नोएडा और जेपी हॉस्पिटल नोएडा जैसे प्रसिद्ध संस्थानों में सेवारत रह कर बहुमूल्य अनुभव प्राप्त किया है। 

डॉ. रोहित सिंह के नवीनतम क्लीनिक ’Re-liv’ में पित्ताशय की थैली की समस्याओं, पथरी रोग, लिवर से संबंधित समस्याओं एवं acute/chronic अग्नाशयशोथ का संतोषजनक इलाज उपलब्ध है।



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