देहरादून : बृजेश कुमार। देवों के देव महादेव को श्रावण माह सबसे अधिक प्रिय है। 12 मास में से सावन महीने को सबसे अधिक शुभ माना जाता है। इस पूरे माह में भगवान शिव और मां पार्वती की विधिवत पूजा करने से भोलेनाथ अति प्रसन्न होते हैं और साधक के हर एक दुख-दर्द को हर लेते हैं और सुख-समृद्धि, धन-संपदा का आशीर्वाद देते हैं। इस साल सावन सोमवार के दौरान काफी शुभ योग बन रहे हैं। 

उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंद्र प्रसाद घिल्डियाल "दैवज्ञ" बताते हैं कि सावन माह का दूसरा सोमवार 29 जुलाई को पड़ रहा है। इस दिन भरणी और कृतिका नक्षत्र के साथ-साथ गजकेसरी योग बन रहा है। इसके साथ ही त्रिग्रही योग का भी निर्माण हो रहा है। वृषभ राशि में दोनों राजयोग बनने से कई राशि के जातकों को लाभ मिलेगा, तो कुछ राशि के जातकों को सतर्क रहने की जरूरत है।  गजकेसरी और त्रिग्रही योग बनने से कुछ राशियों के ऊपर भगवान शिव की सबसे अधिक कृपा होगी।

सौरमंडल के विशेषज्ञ आचार्य दैवज्ञ  के अनुसार, चंद्रमा एक ऐसा ग्रह है, जो सबसे तेज गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है। वह एक करीब ढाई दिन में राशि परिवर्तन कर लेते हैं। ऐसे में किसी न किसी ग्रह के साथ चंद्रमा की युति होती रहती है। ऐसे ही 29 जुलाई को शाम 4 बजकर 45 मिनट पर चंद्रमा मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। जहां पर पहले से ही गुरु बृहस्पति विराजमान है। ऐसे में दोनों ग्रहों की युति से गजकेसरी योग का निर्माण हो रहा है। इसके अलावा वृषभ राशि में मंगल ग्रह भी है, जिससे त्रिग्रही योग का निर्माण हो रहा है। चंद्रमा इस राशि में 31 जुलाई रात 10 बजकर 15 मिनट रहने वाले हैं। ऐसे में गजकेसरी योग इस दिन तक कुछ राशि के जातकों के जीवन में खुशियां ही खुशियां लाएगा।

मेष राशि: -

इस राशि के द्वितीय भाव में गजकेसरी और त्रिग्रही योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में यदि जन्म कुंडली में अन्य ग्रहों की स्थिति ठीक-ठाक हो तो इस राशि के जातकों को हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। महादेव की कृपा से जीवन में लंबे समय से चली आ रही समस्याएं अब समाप्त हो सकती है। कार्यस्थल में भी किसी भी प्रकार की समस्या चल रही है, तो उससे भी अब छुटकारा मिलेगा। आपके काम की प्रशंसा होगी। ऐसे में आपको पदोन्नति के साथ कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। आत्मविश्वास और साहस में भी वृद्धि होगी, जिससे समाज में मान-सम्मान की वृद्धि के साथ हर क्षेत्र में सफलता पाएंगे। व्यापार में भी आप खूब कमाई कर सकते हैं। लंबे समय से जो प्रोजेक्ट या फिर डील नहीं मिल रही थी और उसके लिए आप काफी मेहनत कर रहे थे, तो वो अब आपको अवश्य प्राप्त हो सकती है। अध्यात्म की ओर आपका झुकाव अधिक होगा। ऐसे में आप धार्मिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगे। इसके साथ ही परिवार या फिर मित्रों के साथ किसी तीर्थ स्थल पर जा सकते हैं।

वृषभ राशि: -

इस राशि के लग्न भाव में गजकेसरी योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों को भी सावन सोमवार पर काफी लाभ मिलने वाला है। परिवार में लंबे समय से चली आ रही समस्या अब समाप्त हो सकती है। कार्यस्थल में वरिष्ठ अधिकारियों और सहकर्मियों का पूरा सहयोग मिलेगा, जिससे आप अपने लक्ष्य को पाने में कामयाब हो सकते हैं। इसके साथ ही उच्च अधिकारी भी आपके काम से प्रसन्न होंगे। नई नौकरी तलाश कर रहे जातकों को कई अवसर मिल सकते हैं। व्यापार में भी भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। कमाई के नए स्त्रोत खुलेंगे। इसके साथ ही भविष्य के लिए भी बचाने में कामयाब हो सकते हैं। वाहन, संपत्ति या फिर कोई ज्वेलरी आदि खरीद सकते हैं। कोर्ट-कचहरी के मामलों में भी आपको लाभ मिल सकता है।

मकर राशि: -

यदि जन्मपत्री में अन्य ग्रहों की स्थिति ठीक हो तो इस राशि के जातकों के ऊपर भी भोलेनाथ की असीम कृपा होगी। ऐसे में इस राशि के जातकों के अटके काम, प्रोजेक्ट एक बार फिर से शुरू हो सकता है। समाज में मान-सम्मान की वृद्धि होगी। अध्यात्म की ओर आपका झुकाव होगा। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा। इसके साथ ही पार्टनर के साथ किसी धार्मिक स्थल पर जा सकते हैं। आपके जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी।आपके काम को देखते हुए पदोन्नति या फिर मनोवांछित स्थानांतरणहो सकता है।  बिजनेस में अपार सफलता के योग बन रहे हैं।  

मन्त्रों की ध्वनि को यंत्रों में परिवर्तित करने का विज्ञान विकसित करने वाले ज्योतिष वैज्ञानिक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल "दैवज्ञ" बताते हैं कि जिन लोगों की जन्मपत्री में मारकेश चल रहा है, जिन लड़कियों का विवाह नहीं हो रहा है अथवा विवाह होकर के टूट गया है अथवा पति से संबंध ठीक नहीं चल रहे हैं अथवा संतान की प्राप्ति नहीं हो पा रही है, उनके लिए इस महीने विशेष रूप से पति सुख बाधा निवारण यंत्र, सर्व सौभाग्य यंत्र, संतान बाधा निवारण यंत्र, घर में नजर, कल्पना एवं भूत बाधा को दूर करने के लिए सर्व मनोरथ सिद्धि यंत्र जैसे महत्वपूर्ण यंत्र सिद्ध करने के लिए स्वर्णिम अवसर है।





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