मसूरी : बृजेश श्रीवास्तव। सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने आज अपने दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत मसूरी के विद्यालयों का सघन निरीक्षण कर प्रधानाचार्यों एवं प्रबंधकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय का निरीक्षण करते हुए उन्होंने कहा कि शासन से विद्यालयों के लिए निर्धारित मानकों के पूरे ना होने पर विद्यालयों की मान्यता समाप्त भी की जा सकती है। इसलिए सभी प्रधानाचार्य एवं प्रबंधक अपने विद्यालयों को मानकों की कसौटी पर खरा साबित करें।
प्रबंधन समिति के साथ स्टाफ की बैठक लेते हुए सहायक निदेशक ने कहा कि देखने में आ रहा है कि कई विद्यालयों में प्रबंधक अपनी इच्छा से व्यवस्था पर शिक्षकों की नियुक्ति कर रहे हैं और फिर कोर्ट की स्थिति बनने पर विभाग को जवाब देना पड़ता है। इसलिए व्यवस्था पर शिक्षक को रखने से पूर्व सारी शर्तों को पूर्ण कर लेना चाहिए। साथ ही प्रधानाचार्यों को विद्यालय में छात्र संख्या बढ़ाने पर पूरा फोकस करना होगा।
विद्यालय में साफ सफाई, समय विभाजन चक्र, शिक्षण व्यवस्था एवं अभिलेखों के रखरखाव की व्यवस्था पर उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए प्रधानाचार्य सहित पूरे स्टाफ की तारीफ की। विद्यालय में पहुंचने पर सनातन धर्म सभा मसूरी के अध्यक्ष दीपक अग्रवाल, प्रबंधक वैभव तायल, प्रधानाचार्य मीनाक्षी चौहान, उप प्रधानाचार्य गीता रावत सहित विद्यालय स्टाफ एवं छात्र-छात्राओं ने स्वस्तिवाचन के उदघोष के साथ अंग वस्त्र एवं फूल मालाओं से सहायक निदेशक का भव्य स्वागत किया।
इस अवसर पर शिक्षाविद आरती घिल्डियाल सहित समर्थ, अस्मिता, आरती सिंघल, शकुंतला, प्रवीन बधानी, आचार्य कैलाश सती, कैलाश तिवारी सहित सभी शिक्षक कर्मचारी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
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