नई दिल्ली : बृजेश कुमार। यूजीसी, नई दिल्ली ने भारतीय ज्ञान परम्परा (IKS) के सभी पहलुओं में अंतःविषय अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए पहल की है। जिसके तहत सम्पूर्ण भारत से आईकेएस में यूजीसी-नेट उत्तीर्ण करने वाले 19 विद्वानों एवं विशेषज्ञों के साथ 10 अप्रैल 2024 को सुबह 10:00 बजे ऑनलाइन मोड में बैठक आयोजित की गयी है।
भारतीय ज्ञान परम्परा के प्रख्यात विशेषज्ञ एवं विद्वानों की इस बैठक की अध्यक्षता एवं विमर्श यू• जी• सी• के अध्यक्ष प्रो॰ एम जगदेश कुमार करेंगे।
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय, उत्तराखंड के शिक्षा संकाय के प्राध्यापक डॉ अमरजीत सिंह 'परिहार' को भी 19 प्रतिभागियों की इस बैठक में आमंत्रित किया गया है। बैठक में सम्मिलित होने हेतु शिक्षा संकाय की संकायाध्यक्ष प्रो॰ रमा मैखुरी एवं समस्त प्राध्यापकों ने डाॅ अमरजीत सिंह 'परिहार' को शुभ कामनाएं देते हुए यह बताया कि शिक्षा विभाग एवं विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है। बैठक का उद्देश्य आई॰ के॰ एस॰ पर अनुसंधान, कैरियर और सामाजिक अनुप्रयोगों पर मार्गदर्शन प्रदान करना है, ताकि विद्वानों को विषय को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिल सके।
भारतीय ज्ञान शाश्वत है और सभी के कल्याण के लिए प्रयासरत है। यह महत्वपूर्ण है कि हम अपनी विरासत की व्यापक ज्ञान प्रणाली को पुनः प्राप्त करें और दुनिया को काम करने का 'भारतीय तरीका' प्रदर्शित करें। इसके लिए विद्वानों की पीढ़ियों को प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है जो दुनिया को हमारी महान सभ्यता के लिए अद्वितीय और विशिष्ट जीवन शैली का प्रदर्शन और उदाहरण देंगे।
Post A Comment: