पटना : एनएलटी संवाददाता। नवभारती सेवा न्यास के सातवें वार्षिकोत्सव के अवसर पर रविवार 17 मार्च को खादी मॉल, गाँधी मैदान, पटना के सभागार में पाटलिपुत्र काव्य महोत्सव -4 का आयोजन किया गया जिसमें बिहार भर के कवियों सहित अन्य राज्यों के कवियों ने भी शिरकत किया । कार्यक्रम में सर्वप्रथम वरिष्ठ कवि भगवती प्रसाद द्विवेदी, डॉ छाया सिन्हा, वरिष्ठ साहित्यकार शहनाज़ फ़ातमी, उपासना सिन्हा, कुमुद साहा, वरिष्ठ साहित्यकार रास दादा रास, संस्था की सचिव प्रीति सुमन, नेहा भारती एवं कुंदन आनंद द्वारा दीप प्रज्वलित कर के किया गया।
कार्यक्रम का संयोजन प्रीति सुमन एवं संचालन नवनीत कृष्ण द्वारा किया गया। उसके उपरांत टी पी एस स्कूल के बच्चों द्वारा गणपति वंदना नृत्य, विदुषी श्रीवास्तव द्वारा भरतनाट्यम नृत्य एवं नेहा भारती द्वारा बाँसुरी वादन किया गया। कार्यक्रम में कवि सिद्धेश्वर द्वारा चित्र प्रदर्शनी भी लगाया गया।
कार्यक्रम संयोजिका प्रीति सुमन जी के साथ लोकप्रिय कवयित्री डॉ प्रियंका झा |
इसके उपरांत तीन सत्रों में विभिन्न कवियों द्वारा काव्यपाठ किया । कवियों में कुंदन आनंद ने पढ़ा, "सच कहता हूं इसे समझ लेना मिथ्या मनमीत नहीं, तुम जितनी सुंदर हो उतने सुंदर मेरे गीत नहीं।" अल्पना आनंद ने पढ़ा,"मैं सोने का हिरण नहीं मांगूंगी तुमसे, तुम मुझको रेखाओं का बंधन मत देना।"
उपासना सिन्हा ने ’'स्वागत में प्रभु राम सिया के सज गई रे नगरिया'’ गीत एवं सहरसा की बेटी डॉ प्रियंका झा जी ने प्रेम गीत एवं होली के अवसर पर घनाक्षरी पढ़कर खूब वाहवाही लूटी। अमन नालंदवी ने पढ़ा, "तुम्हारी जुस्तजू में सब लुटाकर बैठे हैं।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भगवती प्रसाद द्विवेदी ने कहा कि इस तरह के आयोजन से साहित्य का प्रसार तो होता ही है साथ ही नयी प्रतिभाओं को मंच प्राप्त होता है जो कविता की नयी पीढ़ी को उन्नत बनाने में काफ़ी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
इस तरह के सुंदर आयोजन के लिए प्रीति सुमन जी की जितनी सराहना की जाए कम है। झारखंड से प्रमुख कवि के रूप में शिरकत करने वाले कवियों में मोईन गिरीडीहवी, प्रियदर्शिनी पुष्पा, उपासना सिन्हा शामिल रहीं। अन्य रचनाकारों में सागरिका रॉय, अल्पना आनंद, कुमुद साहा, रंजना लता, डॉ. रेणु शर्मा, कुमार गौरव, अमन कुमार, डॉ. पूनम सिन्हा श्रेयसी, नेहा नुपूर, चाँदनी समर, डॉ प्रियंका झा, डौली बगड़िया, मधु रानी लाल, नेहा भारती, सोनिया अनंत, वर्षा कुमारी, आचार्य धीरेन्द्र झा माणिक्य, संजीव कुमार, मिथिलेश आनंद, पूर्णेंदु चौधरी, अभिमन्यु प्रजापति, अशोक श्रीवास्तव, जीतांशु अंजन, पीयूष यादव, प्रणव पराग,अमन नालंदवी, इंदु शेखर आदि उपस्थित रहे।
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