ग़ाज़ियाबाद : बृजेश कुमार। शनिवार 24 फरवरी को गुरु रविदास जयंती के शुभ अवसर पर जे. पी. एस. पब्लिक स्कूल मकनपुर इंदिरापुरम के प्रांगण में यज्ञ, भजन और प्रवचन का सुंदर आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में यज्ञ ब्रह्म मीरा आर्या प्रधान महिला आर्य समाज इंदिरापुरम रहीं। उन्होंने पूरे विधिविधान से यज्ञ संपन्न करवाया तथा रविदास जयंती एवं पूर्णमासी पर सुंदर प्रेरणादायक उदबोधन दिया।

देखें वीडियो: -

कार्यक्रम के मुख्य यजमान विनोद त्यागी मैनेजिंग डायरेक्टर जेपीएस पब्लिक स्कूल एवं पत्नी आदेश त्यागी प्रधानाचार्या जेपीएस पब्लिक स्कूल ने श्रद्धापूर्वक यज्ञ किया एवं यज्ञ के ऊपर बहुत सुंदर प्रेरणादायक उदबोधन दिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राकेश आहूजा संचालक "अपना खाना" एवं मुख्य वक्ता कुमकुम राजपूत जिला प्रभारी पतंजलि महिला योग समिति साहिबाबाद रहीं।

अपने उदबोधन में कुमकुम राजपूत ने खानपान और योग के माध्यम से संपूर्ण स्वास्थ्य पाने के बारे में बताया। 

देखें वीडियो: -

पार्षद संजय सिंह ने अपने उदबोधन में कहा कि गुरु रविदास ने बताया है कि अमीर ग़रीब, जात पात से हटकर मनुष्य मात्र में ईश्वर का वास है। आज के समय में उनसे प्रेरणा लेने की अत्यंत आवश्यकता है।

कार्यक्रम में अतिथि के रूप में हेमंत बाजपेई संरक्षक भारत विकास परिषद इंदिरापुरम, रेणु अग्रवाल वरिष्ठ भाजपा नेत्री, मंजू सिंह पूर्व अध्यक्ष महिला मोर्चा इंदिरापुरम, अंजना सिंह सेवा भारती, दिग्विजय सिंह आर्य महामंत्री आर्य समाज इंदिरापुरम, संजय सिंह पार्षद, मनवीर पर्चा वरिष्ठ भाजपा नेता, रविंद्र मिश्रा संचालक अन्नदान महादान, बृजेश श्रीवास्तव वरिष्ठ पत्रकार, सागर रावत वरिष्ठ भाजपा नेता, प्रदीप आर्य प्रधान आर्य समाज इंदिरापुरम, भगवान सिंह पुंडीर यूपी पुलिस, जया बत्रा वरिष्ठ समाजसेविका, जगबीर चौहान समाजसेवी, श्याम त्यागी रिटायर्ड ऑफिसर रेलवे योग शिक्षक, अनिल होल्कर वरिष्ठ भाजपा नेता, नीरजा सक्सेना वरिष्ठ समाजसेविका उपस्थित रहे।

विनोद त्यागी, आदेश त्यागी एवं शुभम त्यागी ने सभी अतिथियों को पुष्पमाला शॉल उढ़ा कर उनका स्वागत किया एवं गुरु रविदास का चित्र भेंट किया।

आर्य समाज इंदिरापुरम के प्रधान प्रदीप आर्य ने बहुत सुंदर भजन प्रस्तुत किया।

मंच का सुंदर संचालन आर्य समाज इंदिरापुरम के मंत्री दिग्विजयसिंह आर्य ने किया।

अंत में कार्यक्रम के आयोजक विनोद त्यागी तथा आदेश त्यागी ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।

शांति पाठ के बाद जय घोष के नारे लगाए गए। सारा वातावरण जय घोष के नारों से गूंजने लगा।

शांति पाठ के बाद प्रसाद की सुंदर व्यवस्था की गई थी।






Share To:

Post A Comment: