योगिक तेल मालिश से अर्थाराइटिस एवं सभी त्वचा रोगों का होगा निवारण: -के के अरोडा़
स्वस्थ शरीर ही जीवन का आधार है: -डीएन शर्मा
ग़ाज़ियाबाद : बृजेश कुमार। रविवार 25 फरवरी को अखिल भारतीय ध्यान योग संस्थान रजि. द्वारा चांसलर क्लब, चिरंजीव विहार में 100 से अधिक साधकों को कार्यशाला में योग एवं वैज्ञानिक तेल मालिश का निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
संस्थान के महामंत्री दयानंद शर्मा ने ओ३म् की ध्वनि और गायत्री मंत्र से योग सत्र को प्रारंभ किया।उन्होंने साधकों को वीरेचन क्रिया, आर्ट ऑफ लिविंग भस्रिका तथा हाथों पैरों के सूक्ष्म अभ्यास करा कर उनके तन मन को ऊर्जावान बनाकर तेल मालिश के लिए तैयार किया तथा कहा स्वस्थ शरीर ही जीवन का आधार है। सभी सुखों का आनंद स्वस्थ शरीर से ही लिया जा सकता है।उन्होंने आगे बताया कि आयुर्वेद में भी मालिश को चिकित्सा का एक महत्वपूर्ण अंग माना गया है। मालिश एवं घर्षण से हमारे शरीर के रोम कूप खुलते हैं तथा रक्त संचार बढता है। मालिश से न केवल शरीर को पुष्टि मिलती है अपितु अनेक रोगों का विनाश भी होता है। इस क्रिया द्वारा शरीर का तंत्रिका-तंत्र एवं रक्त संचरण तंत्र दुरूस्त एवं सक्रिय रहता है।
मालिश विशेषज्ञ आचार्य कृष्ण कुमार अरोड़ा ने साधकों को योगिक वैज्ञानिक मालिश की व्यवहारिक विधि बताई और तेल मालिश पैरों के अंगूठे, उंगलियों, जॉइंट्स की मालिश क्लॉक वाइस एवं एंटी क्लॉक वाइस करवाई। उन्होंने पैर के तलवों में प्रेशर प्वाइंट की मालिश प्रारंभ कराते हुए कहा कि यह मालिश आम मालिशों से हटकर अलग विशेष मालिश होती है। क्योंकि यह विशेषकर मानव शरीर के 206 ज्वाइंट तथा पूर्ण शरीर को संचालित करने वाली सभी ग्लैंडस को अति सक्रिय करने वाली मालिश है। जोकि रक्त परिवहन तंत्र को ठीक व सुचारू गति प्रदान करती है। जिससे व्यक्ति हृदय रोग, त्वचा रोग व अर्थाराइट्स रोगों से बचा रहता है। अर्थाराइटिस एवं सभी त्वचा रोग निवारण में रामबाण का कार्य करती है वैज्ञानिक योगिक मालिश। उन्होंने हाथ की दूसरे हाथ से ट्रैम्पिंग, क्लिम्पिंग, बीटिंग, हैकिंग एवं नोचिन्ग कराने के बाद तेल को पूर्णतया सुखवा दिया
संस्थान के उपाध्यक्ष अशोक शास्त्री ने बताया कि आपको कम से कम अपनी नाभि, नासिका छिद्रों, कर्ण छिद्रों तथा मलद्वार में प्रतिदिन अवश्य तेल लगाने का अनुरोध किया।
शिक्षक कृष्ण कुमार गुप्ता ने सभी साधकों को 24 मार्च 2024 को औषधि पार्क राजनगर, सैक्टर 4 में फूलों एवं चंदन की होली के पावन त्यौहार के लिए आमंत्रित किया।
इस कार्यक्रम में संस्थान की कार्यकारणी सदस्यों तथा सभी योग कक्षाओं के शिक्षकों ने अपने साधकों के साथ बढ़ चढ़ कर भाग लिया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से मनमोहन वोहरा, अशोक शास्त्री, नेतराम गौतम, प्रवीण आर्य, ललित अरोड़ा, डॉ प्रमोद सक्सेना, लक्ष्मण कुमार गुप्ता, चरत कुमार, राजेश शर्मा, अशील कुमार आदि उपस्थित रहे।
शांतिपाठ एवं दुग्धाहार के साथ कार्यशाला सत्र संपन्न हुआ।
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