ग़ाज़ियाबाद : बृजेश श्रीवास्तव। 13 अगस्त 2023 रविवार को गाजियाबाद के सांसद एवं केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग एवं नागर विमानन राज्यमंत्री जनरल डॉ विजय कुमार सिंह ने आजादी के पूर्व भारत विभाजन के दर्द, छिन्न-भिन्न हुई भारत की अखंडता और भारत के लोगों पर हुए अन्याय की यादों को लेकर भाजपा महानगर कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सांसद वीके सिंह ने सभी पत्रकारों को बताया कि हम भारतीयों को भारत विभाजन के दिन को याद रखने की जरूरत है, क्योंकि हमारी लाखों बहनें और भाई विस्थापित हो गए थे और कई लोगों ने बेवजह नफरत के कारण अपनी जान गंवा दी थी। उन्हें विभाजन के दौरान यातना पूर्ण व्यवहार और हिंसा का सामना करना पड़ा था। इसलिए 14 अगस्त को हम विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाएंगे।
आज भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र बनने की दिशा में आगे बढ़ गया है। देश के विभाजन के दर्द को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। विभाजन का दर्द और उस दौरान हुई हिंसा देश की स्मृति में गहराई से अंकित है। विभाजन और इसके कारण हुई परिस्थितियां जैसे तुष्टिकरण की राजनीति, विभाजनकारी ताकतों के विचारों को हावी होने देना और लोगों को नुकसान पहुंचाने वाली सोच के साथ खड़ा होना, ऐसी स्थिति फिर कभी नहीं होनी चाहिए।
विभाजन को एक सबक के रूप में लेना चाहिए ताकि भारत 'अतीत की गलतियों' को न दोहराए और देश तुष्टीकरण' का रास्ता न अपनाए, खासकर जब हमारे पड़ोस में अस्थिरता पहले से कहीं अधिक बढ़ गई हो। पिछले 75 वर्षों से हम उन लाखों पुरुषों और महिलाओं को याद किए बिना आजादी का जश्न मना रहे थे, जिन्होंने अप्रिय और अव्यवस्थित विभाजन के दौरान अपनी जान गंवाई थी। पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के साथ, अब 15 अगस्त को होने वाले भविष्य के आयोजनों में हमेशा नरसंहार के पीड़ितों की स्मृतियाँ सदैव सभी भारतीयों के मन-मस्तिष्क में विद्यमान होंगी।
नोबल पुरस्कार विजेता एली विज़ेल ने एक बार यहूदी नरसंहार को लेकर कहा था, "अगर हम मृतकों को भूल जाएंगे तो वे एक बार पुनः मारे जाएंगे और वर्तमान के पीड़ित बन जाएंगे, अर्थात मरे हुए लोगों को भूल जाना उन्हें दूसरी बार मारने के समान होगा।"
इसके साथ ही सांसद वीके सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम 'हर घर तिरंगा' के तहत घर पे लगाने के लिए कार्यकर्ताओं को तिरंगे वितरित किए।
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