उत्तर प्रदेश में कायस्थ समाज को पूर्ण रूप से राजनैतिक मजबूत करने के लिए पश्चिम से लेकर पूर्वांचल तक 403 विधानसभा में जन जागृति राजनीतिक अभियान चलाऐगे।
उक्त बात अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोज सक्सेना ने कही।
उन्होंने कहा कि आज राजनीतिक दल कायस्थ समाज की उपेक्षा कर रहे हैं। अगड़े, पिछड़े की राजनीति की जा रही है। लेकिन इसमें कहीं भी कायस्थ समाज के नाम को नहीं लिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में 80 लोकसभा सीटों पर कोई भी दल कायस्थ समाज को प्रत्याशी बनाने पर नहीं बोल रहा है। ऐसे में राजनीतिक नुकसान कायस्थ समाज को झेलना पड़ रहा है।
प्रदेश में 3% कायस्थ समाज का वोट होने के बाद भी उसकी उपेक्षा से साफ लग रहा है कि हमको अपनी लड़ाई स्वयं लड़नी पड़ेगी। विभिन्न संगठन कायस्थ समाज को मजबूत करने के लिए लगे हुए हैं। उसके बावजूद भी राजनीतिक अस्तित्व समाज का खतरे में पड़ रहा है। ऐसे में हम सबको मजबूती के साथ अपने समाज को आगे लाने के लिए सड़कों पर आना होगा।
कायस्थ समाज को राजनीतिक रूप देने के लिए प्रदेश के अंदर प्रत्येक विधानसभा में अपनी यात्रा 'कायस्थ चेतना राजनीतिक यात्रा' निकालकर समाज को मजबूती प्रदान करना और हमको संकल्प लेना है। आगामी लोकसभा चुनाव में अपना वर्चस्व दिखाएंगे। राजनीतिक विधायक किसी भी दल के हो वह राजनीतिक रूप से अपना कार्य करें। हम लोग सामाजिक लोग हैं। अपने समाज को मजबूत करने के लिए हमें आगे आना होगा। इस संबंध में शीघ्र ही लखनऊ में एक बैठक बुलाकर विभिन्न कायस्थ समाज के संगठनों से चर्चा करके व्यापक कार्यक्रम को घोषित किया जाएगा।
वर्तमान में कायस्थ समाज अपने आप को असहाय अकेला महसूस कर रहा है। उसकी लड़ाई कोई भी राजनीतिक दल नहीं लड़ रहा। इसलिए इस लड़ाई को हम लोगों को अपने आप लड़ना है। आइए हम सब लोग मिलकर संकल्प लें। प्रत्येक विधानसभा में कायस्थ समाज को जागरूक कर राजनीतिक चेतना पैदा करेंगे।
जय चित्रांश🙏
मनोज सक्सेना (एडवोकेट)
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा
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