देहरादून : बृजेश श्रीवास्तव। मंगलवार 6 जून को विभिन्न साहित्यिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठनों के राष्ट्रीय एवं प्रदेश पदाधिकारियों ने सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल से उनके कार्यालय में शिष्टाचार मुलाकात की।
प्रातः 10:30 बजे राष्ट्रीय अटल सेना की प्रदेश प्रवक्ता एवं महिला उन्नति राष्ट्रीय संस्था की उत्तराखंड प्रभारी पिंकी बिष्ट ने सहायक निदेशक से उनके कार्यालय में मुलाकात कर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने बालिका शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा में चल रहे नवाचार पर चर्चा करते हुए सहायक निदेशक को विद्यालयों के सामने आ रही समस्याओं से अवगत कराया।
पिंकी बिष्ट ने कहा कि पहाड़ों में विद्यालयों के भौतिक संसाधनों में काफी कमी होने से प्रवेश बहुत कम हो रहे हैं जो बहुत बड़ी चिंता का विषय है और उससे पहाड़ों से पलायन होना लाजमी है। उन्होंने संस्कृत शिक्षा में नवीन विद्यालयों को तत्काल मान्यता देने एवं शिक्षकों तथा कर्मचारियों के रिक्त पदों को विज्ञापित करने के लिए भी आग्रह करते हुए कहा कि संबंधित अधिकारियों को इसके लिए शासन स्तर पर वार्ता करनी चाहिए।
सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने उन्हें बताया कि प्रदेश सरकार बालिका शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा के प्रति बहुत गंभीर है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं शिक्षा मंत्री डॉ धनसिंह रावत के निरंतर प्रयासों से शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा में बरसों से अधूरे पड़े कार्यों को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें तमाम सामाजिक संगठनों के लोगों को नकारात्मक टिप्पणियां करने के बजाए सरकार का सहयोग करना चाहिए।
ठीक 11:30 बजे अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा द्वारा संचालित श्री परशुराम चतुर्वेद संस्कृत विद्यालय के संस्थापक प्रबंधक आचार्य पवन शर्मा एवं प्राध्यापक आचार्य भगवती प्रसाद ने भी सहायक निदेशक से मुलाकात की और उनसे हाल ही में उत्तराखंड शासन द्वारा प्रख्यापित हुई संस्कृत शिक्षा सेवा नियमावली के माध्यम से उनके विद्यालय को पूर्व मध्यमा की मान्यता उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा एवं परीक्षा परिषद से दिलाने का आग्रह किया। जिस पर सहायक निदेशक ने उचित कार्यवाही का भरोसा दिया।
इस अवसर पर सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने विद्यालय द्वारा शिक्षा सत्र 2023 -24 हेतु विद्यालय प्रबंधन द्वारा प्रकाशित भगवान परशुराम संदेश वैदिक पत्रिका का विमोचन करते हुए कहा कि पत्रिका में प्रकाशित सामग्री सनातन धर्म के संरक्षण हेतु मील का पत्थर साबित होगी।
इस अवसर पर राष्ट्रीय अटल सेना के कार्यकर्ता संजय श्रीवास्तव, दिवाकर गैरोला, रश्मि बडोनी, सरिता पुरोहित, शिक्षाविद अनूप खंडूरी सहित राष्ट्रीय महिला उन्नति संस्था के पदाधिकारी मौजूद रहे।
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