पार्थ के पिता मनीष अग्रवाल और माता अंजलि अग्रवाल ने बताया कि पार्थ अपने से बड़ों का हमेशा सम्मान करता है। वो अपने दादी बाबा के बेहद करीब है और उनका दुलारा भी है। पार्थ नियमित रूप से 6 से 7 घंटे रोज़ स्टडी करता है।
पार्थ के पिता मनीष अग्रवाल पार्थ के रिजल्ट से बहुत ही गौरवान्वित हैं। उन्होंने कहा कि पार्थ का चरित्र निर्माण आरएसएस की शाखा में हुआ है। मैं नियमित शाखा जाता हूँ। इसलिए पार्थ भी स्कूल की छुट्टी वाले दिन मेरे साथ शाखा जाने लगा। वहीं से पार्थ को अच्छे संस्कार मिलते गए।
माँ अंजलि अग्रवाल ने बताया कि पढ़ने के अलावा पार्थ को प्यानो बजाने का और कूकिंग का भी शौक है। वो समय मिलने पर घर के कामों में मेरा हाँथ बंटाता है। उसे पेंटिंग बनाने का भी बहुत शौक है।
पार्थ ने बताया कि स्कूल में अध्यापिकाओं से पढ़ाई करने में बहुत मदद मिली। उनसे मिली गाइड लाइन का पालन करके ही मैं अच्छा रिजल्ट ला पाया हूँ।
पार्थ अग्रवाल को इंजीनियरिंग में विशेष रुचि है। वो आईआईटी की परीक्षा में सफलता हासिल करना चाहते हैं।
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