मथुरा वृन्दावन : प्रदीप तिवारी। वर्तमान समय में कायस्थ समाज राजनीतिक संकट से गुजर रहा है। राजनीतिक दलों द्वारा उसकी उपेक्षा उनके अस्तित्व को खत्म करने के लिए की जा रही है।
उक्त बात अखिल भारतीय कायस्थ महासभा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोज सक्सेना ने चित्रगुप्त पीठ शिला पूजन कार्यक्रम में राधा कुंड रेलवे स्टेशन के पास सूरजकुंड जुलहेदी वृंदावन मथुरा में आयोजित कार्यक्रम पर मीडिया को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि कायस्थ समाज पूर्व में राजनीतिक रूप से मजबूत रहा है। आजादी से पहले आजादी के बाद देश व उत्तर प्रदेश के अंदर कायस्थ समाज की बहुत मजबूत स्थिति रही है। लेकिन वर्तमान में कायस्थ समाज को राजनीतिक दल कमजोर करने में लगे हुए हैं। उसका कारण समाज अपनी ताकत को नहीं पहचान पा रहा। हमें एकजुटता के साथ वर्तमान परिस्थितियों का मिलकर मुकाबला करना है। राजनीतिक पार्टियों में कायस्थ समाज के लोग उच्च पद पर बैठे हैं। उनको भी सोचना चाहिए कि राजनीतिक रूप से कमजोर हो रहे कायस्थ समाज को उत्तर प्रदेश में कैसे मजबूत किया जाए। उत्तर प्रदेश में चाहे निकाय, पंचायत, विधानसभा, लोकसभा चुनाव हों।
प्रत्येक चुनाव में कायस्थ समाज को राजनीतिक दल ना के बराबर प्रत्याशी बना रहे हैं। टिकट से वंचित कर रहे हैं। हम लोगों को इस पर विचार करना होगा। जो राजनीतिक दल हम लोगों की उपेक्षा कर रहे हैं, उनको एहसास दिलाना होगा कि कायस्थ समाज का वोट इस उत्तर प्रदेश में कम नहीं है।
सभी कायस्थ बंधुओं को चाहिए कि प्रत्येक व्यक्ति को चाहे वह महापौर, नगर पंचायत, अध्यक्ष या पार्षद प्रत्येक क्षेत्र में जो कायस्थ समाज के लोग खड़े हैं। उनको मजबूती के साथ चुनाव लड़ाए और जिताये। जिससे कि समाज के वोट की ताकत का पता लग सके और जो सरकार में कायस्थ समाज के लोग नुमाइंदगी कर रहे हैं। उनसे अपने समाज को हक दिलाने के लिए दबाव डालें।
जब तक हम लोग अपनी वोट की कीमत नहीं समझेंगे। हम लोग अपने समाज के पतन को नहीं रोक पाएंगे और उस स्थिति में राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक स्तर पे हमारा पतन ऐसे ही होता रहा तो हम लोग डायनासोर की तरह विलुप्त हो जाएंगे। हमको मिलकर भगवान चित्रगुप्त जी के सामने शपथ लेनी है। हम अपने समाज का अस्तित्व खत्म नही होने देंगे।
हमारी लड़ाई किसी जाति धर्म से नहीं। हम किसी जाति, धर्म के विरोधी नहीं। लेकिन प्रत्येक राजनीतिक व्यक्ति अपने जाति के लोगों को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं। इसलिए हमको भी यह संकल्प लेना है कि कायस्थ समाज को मजबूत करेंगे। देश, प्रदेश में ये संदेश जाए चित्रकूट वंशज कमजोर नहीं हैं। हर जाति धर्म के साथ खड़ा है लेकिन अपने साथ अत्याचार नहीं होने देगा।
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