गोपेश्वर : बृजेश श्रीवास्तव। सोमवार 17 अप्रैल। संस्कृत महाविद्यालय मंडल में प्राचार्य पद पर वर्षों से चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए संस्कृत विद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संघ ने सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल का आभार व्यक्त किया है।
सहायक निदेशक को लिखे पत्र में संघ के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ राम भूषण बिजलवान एवं महामंत्री डॉ नवीन जोशी ने उनकी कुशल प्रशासनिक क्षमता का जिक्र करते हुए लिखा है कि वर्षों से चल रहे विवाद को सुलझा कर प्राचार्य पद को निर्विवाद बना देना अपने आप में प्रशासनिक क्षमता का अदभुत उदाहरण होने के साथ-साथ सहायक निदेशक डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने उत्तराखंड में अपने उज्जवल भविष्य का संकेत दिया है।
स्मरणीय है कि मंडल महाविद्यालय में प्राचार्य पद पर वर्ष 2019 से प्राचार्य पद के प्रभार को लेकर जब विभागीय अधिकारियों के आदेश का कोई असर नहीं हुआ तो बीकेटीसी द्वारा प्रभार दिए गए प्राचार्य को हाईकोर्ट की शरण में जाना पड़ा। वहां से स्थगन आदेश के चलते महाविद्यालय का पठन-पाठन एवं अनुशासन व्यवस्था पूर्ण रूप से प्रभावित हो गई थी। जिसकी चर्चा समय-समय पर पूरे प्रदेश स्तर पर हो रही थी।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तराखंड शासन द्वारा जून 2022 में डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल को देहरादून सहित रुद्रप्रयाग एवं चमोली जनपद का विशेष प्रभार देकर सहायक निदेशक बनाया गया। उन्होंने दिन रात एक करते हुए लगातार कई मोर्चों पर एक साथ कार्य करना प्रारंभ किया और अंततोगत्वा 31 मार्च 2023 को कोर्ट में गए प्राचार्य के सेवानिवृत्त होते ही एक तरफ कोर्ट से याचिका को खारिज करवाया और दूसरी तरफ सारे दबावों को दरकिनार करते हुए बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अधिकारियों एवं शिक्षा विभाग की संयुक्त बैठक कर विशेष रुप से मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह एवं मुख्य शिक्षा अधिकारी चमोली कुलदीप गैरोला का सहयोग लेकर आपसी सहमति बनाकर नियमानुसार नियमित शिक्षक को प्राचार्य का पदभार सौंपकर अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति एवं कुशल प्रशासनिक क्षमता का पूरे प्रदेश में उदाहरण प्रस्तुत किया।
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