देहरादून : बृजेश श्रीवास्तव। बृहस्पतिवार 16 मार्च। कुछ वर्षों से अक्सर देखने में आ रहा है कि हिंदू पर्व एवं त्योहारों पर विद्वानों के अलग अलग मत होने से जनता में संशय की स्थिति बन जाती है। इस स्थिति को दूर करने के लिए 19 मार्च को उत्तराखंड विद्वत सभा की देहरादून में बैठक हो रही है।
जानकारी देते हुए उत्तराखंड विद्वत सभा के प्रांत अध्यक्ष आचार्य जय प्रकाश गोदियाल ने बताया कि उत्तराखंड ज्योतिष रत्न एवं सहायक निदेशक संस्कृत शिक्षा आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल इस महत्वपूर्ण बैठक को संबोधित करेंगे। बताया कि इस बैठक में लगभग पंचांग प्रकाशित करने वाले सभी विद्वान ज्योतिषी उपस्थित रहेंगे और आपसी विचार विमर्श होगा। जिससे व्रत एवं त्योहारों की तिथियों में भ्रम की स्थिति पैदा ना हो।
इस संदर्भ में संपर्क करने पर सहायक निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने बैठक की पुष्टि करते हुए कहा कि वह भी चाहते हैं कि हिंदू धर्म के प्रति लोगों की आस्था में गिरावट ना आए इसके लिए व्रत एवं त्योहारों की तिथियों पर विवाद की स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए। इसके लिए सभी विद्वानों को एक मंच पर लाया जाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने उत्तराखंड विद्वत सभा के इस प्रयास को सराहनीय बताया।
इस ऐतिहासिक बैठक में उत्तराखंड से प्रकाशित होने वाले पंचागो में गढ़वाल से प्रकाशित होने वाले वाणी भूषण पंचांग, महीधर पंचांग एवं कुमाऊं से प्रकाशित होने वाले तारा पंचांग एवं मार्तंड पंचांग के गणितज्ञ एवं संपादकों सहित उनके गणितीय सहयोगी विद्वान भी उपस्थित रहेंगे।
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