देहरादून : बृजेश श्रीवास्तव। रविवार 26 मार्च। सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल 30 मार्च से रुद्रप्रयाग एवं चमोली जनपद के निरीक्षण भ्रमण कार्यक्रम पर रहेंगे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों जनपदों में संस्कृत महाविद्यालयों के कुछ प्रधानाचार्य सेवानिवृत्ति की तरफ हैं। शासन को शिकायत मिली है कि अशासकीय विद्यालयों में कतिपय प्रबंधकों द्वारा वरिष्ठ शिक्षकों को दरकिनार कर कनिष्ठ शिक्षकों को मनमर्जी से नियम विरुद्ध कार्यवाहक प्रधानाचार्य बनाया जा रहा है। जिससे विभाग की प्रशासनिक स्तर  से लेकर न्यायालय तक फजीहत हो रही है। इन बातों का संज्ञान लेकर सख्त प्रशासक सहायक निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल के दौरे से दोनों जनपदों में हलचल है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार 6 अप्रैल तक उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाएं चल रही हैं। उसके तत्काल बाद 8 अप्रैल से संस्कृत विद्यालयों की बोर्ड परीक्षाएं प्रारंभ हो रही हैं। इसलिए सहायक निदेशक मार्ग में पड़ने वाले केंद्रों पर बोर्ड परीक्षाओं का निरीक्षण भी करेंगे तो साथ ही 8 अप्रैल से शुरू हो रही  संस्कृत विद्यालयों की बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों का जायजा लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी करेंगे।

विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि सहायक निदेशक डॉ घिल्डियाल ने अक्टूबर माह में दोनों जनपदों के विद्यालयों का सघन निरीक्षण करते समय जो कमियां संसाधनों एवं स्टाफ के स्तर पर पाई थी। उसके लिए उन्होंने श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह से भेंट कर कमियां दूर करने के लिए कहा था, और कार्याधिकारी ने उनकी बातों का तत्काल संज्ञान लेते हुए संस्कृत विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में फर्नीचर सहित आवश्यक संसाधन इस बीच में जुटाने का प्रयास किया है। उसका भौतिक सत्यापन एवं निरीक्षण भी सहायक निदेशक द्वारा मौके पर किया जाएगा। इसलिए उनके भ्रमण के दौरान उनके साथ स्वयं मुख्य कार्याधिकारी अथवा उनके प्रतिनिधि सहित मुख्य शिक्षा अधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में संबंधित विकास खंडों के खंड शिक्षा अधिकारी भी शामिल रहेंगे।

Share To:

Post A Comment: