ग़ाज़ियाबाद : बृजेश श्रीवास्तव। देश में जिस तरह मोबाइल का इस्तेमाल हो रहा है उतना ही अपराध को भी बढ़ावा मिल रहा है। स्कूली बच्चे भी इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके लिए अभिभावकों की जिम्मेदारी है कि वह बच्चों को सावधान करें। यह बात टीला मोड के एसएचओ भुवनेश कुमार गौतम ने शनिवार को भोपुरा स्थित अर्वाचीन वर्ल्ड स्कूल में आयोजित सालाना समारोह में कही।
एसएचओ ने बच्चों को साइबर क्राइम की जानकारी देते हुए कहा कि विज्ञान जहां एक तरफ वरदान है तो दूसरी तरफ अभिशाप है। उन्होंने कहा कि मोबाइल का उपयोग सीमित मात्रा में करें। क्योंकि जिस तरह से अपराध बढ रहे है उसके लिए अभिभावकों को अपने बच्चों पर इसके लिए ध्यान देना चाहिए। उऩ्होंने कहा कि किसी भी लिंक को अचानक शेयर न करें, अन्यथा इसकी गिरफ्त में कोई भी आ सकता है। उऩ्होंने कई उदाहरण देते हुए कहा कि इसकी चपेट में पढ़े लिखे और नामचीन लोग भी आ गए हैं। इससे केवल सतर्कता और सावधानी से ही बचा जा सकता है।
ऑक्सी होम्स सोसायटी के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष जसवंत सिंह रावत ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों में पुलिस अधिकारियों का आना बच्चों को प्रेरणा देता है। बच्चों की सुरक्षा के लिए हर सोसाइटी में स्कूल खोला जाना चाहिए जिससे उनका आने जाने का समय बचे एवं ऊर्जा बचे।
स्कूल सोसायटी के चेयरमैन अनुरूप शर्मा ने कहा कि शिक्षक समाज में अहम भूमिका निभाते है। आज शिक्षकों की बदौलत ही अपने लक्ष्य को पा सकते हैं।
प्राचार्या डा उर्मिला शर्मा ने कहा कि स्कूलों में बच्चों का विकास ही उनका पहला कर्तव्य रहा है और इसमें अभिभावकों की भूमिका से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
इस मौके पर एसपी शर्मा, अर्वाचीन वर्ल्ड स्कूल की प्रधानाचार्य मोना लूथरा, ज्योति नौटियाल, एसपी शर्मा, बृजपाल शर्मा आदि मौजूद रहे।
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