नई दिल्ली: बृहस्पतिवार 5 जनवरी। पर्वतीय लोकविकास समिति, राष्ट्रोक्ति और हिम उत्तरायणी पत्रिका द्वारा नई दिल्ली में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के मार्गदर्शक पद्मविभूषण डॉ मुरली मनोहर जोशी के जन्मोत्सव पर उनके निवास 6 रायसीना रोड पर अमृतोत्सव अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। सैकड़ों की संख्या में पधारे शिक्षाविदों, पत्रकारों, संस्कृत विद्वानों, वैज्ञानिकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं राजनेताओं ने डॉ मुरली मनोहर जोशी को शुभकामनाएं दीं। 

समारोह में सर्वप्रथम जाने माने संस्कृतवेत्ता और दूरदर्शन के संस्कृत समाचार वाचक डॉ बलदेवानन्द सागर ने वैदिक मंगलाचरण प्रस्तुत किया। तीर्थाटन पर शोध करने वाली लेखिका डॉ हेमा उनियाल ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।

स्वागत वक्तव्य देते हुए अभिनंदन समिति के अध्यक्ष उदय शर्मा ने कहा कि डॉक्टर साहब का बहुआयामी व्यक्तित्व जीवन के हर क्षेत्र में सच्चाई, ईमानदारी और परिश्रम से लगे व्यक्तियों के लिए एक सीख है। पर्वतीय लोकविकास समिति के माध्यम से कुछ वर्षों से डॉक्टर साहब के जन्मदिन कार्यक्रम को मनाते हुए इस बार उनके विचार और कार्य को विशेषकर नई पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए अभिनंदन समिति ने सबको साथ लेकर इस उत्सव को भव्य बनाने का संकल्प लिया है।

इस अवसर पर शीर्ष पत्रकार डॉ वेदप्रताप  वैदिक, साहित्यकार डॉ उपेंद्रनाथ रैना, प्रो देवी प्रसाद त्रिपाठी, डॉ जीतराम भट्ट, शिक्षाविद प्रो रवींद्र कुमार गुप्ता, कवि गजेंद्र सोलंकी के साथ उत्तराखंड भाजपा के अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, सांसद नरेश बंसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद अजय टम्टा, टिहरी की सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, कानपुर के सांसद सत्यदेव पचौरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल, भाजपा उत्तराखंड के महामंत्री आदित्य कोठारी और पूर्व सांसद जीवन शर्मा आदि ने भी शुभकामनाएं दीं।

अपने वक्तव्य में उत्सव पुरुष डॉ मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि भौतिक दृष्टि के साथ  एक तरफ तो हम अंतरिक्ष में जा रहे हैं लेकिन धरती को बचाने के प्रति गंभीर नहीं हैं। प्रकृति ने कई बार लोगों को चेतावनी दी है, लेकिन मनुष्य चेतने को तैयार  नहीं है। आज जघन्य अपराध सारी दुनिया में बढ़ रहे हैं जो सामाजिक परिवर्तन पर सवाल खड़े करते हैं। हिंसा और हिंसक समाज ने संवेदना को लुप्त कर दिया है। एक बालिका को किस निर्ममता से कुचला गया, ये सोचने का विषय है ।

देवभूमि उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं के साथ वहां की सरकार को तीर्थाटन, पर्यटन और जैविक कृषि के प्रोत्साहन के लिए विशेष कार्य करेगी तो ठोस जनकल्याण सुनिश्चित होगा।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए पर्वतीय लोकविकास समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उद्योगपति वीरेंद्र दत्त सेमवाल ने कहा कि भाजपा की त्रिमूर्ति के एक मजबूत स्तंभ रहे डॉ मुरली मनोहर जोशी ने एक साथ तीन पीढ़ियों को सार्वजनिक जीवन में शुभ्रता और सफलता के सूत्र दिए हैं। पर्वतीय लोकविकास समिति डॉक्टर साहब के आदर्शों, उनके सिद्धांतों और यशस्वी भूमिका को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का कार्य करेगी। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में उनके आदर्शों को लेकर आगे बढ़ने वाली प्रतिभाओं को आज स्वयं डॉ साहब के कर कमलों से डॉ मुरली मनोहर जोशी सम्मान प्रदान किया गया है और एक अभिनंदन ग्रंथ प्रकाशाधीन है।

इस अवसर पर जिन प्रमुख लोगों को डॉ मुरली मनोहर जोशी सम्मान से सम्मानित किया गया उनमें डॉ वेदप्रताप वैदिक, डॉ बलदेवा नंद सागर, डॉ उपेंद्रनाथ रैना, प्रो रवींद्र कुमार गुप्ता, दीपक रथ, प्रो नवीन चंद्र लोहनी, तेज राम सेमवाल, डॉ देवेंद्र कुमार, डॉ हरेंद्र असवाल, मनोजकान्त मिश्र, रामकुमार शर्मा, वर्षा त्रेहन, मनोज वर्मा, प्रो जसपाली चौहान और डॉ विमल बलोधी प्रमुख हैं। 

समारोह का संचालन करते हुए अभिनंदन समिति के महासचिव प्रो सूर्य प्रकाश सेमवाल ने कहा कि लगभग 5 वर्षों से डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी अपने जन्मदिवस पर पर्वतीय लोकविकास समिति और प्रवासी पहाड़ समाज के लोगों को अपने जन्मदिन पर मिलते रहे हैं। इस बार अभिनंदन समिति के माध्यम से संस्था ने न केवल दिल्ली और उत्तराखंड बल्कि देश के कई राज्यों के बौद्धिकों को इस उत्सव से जोड़ा है। डॉक्टर जोशी की शुक्ल शुभ्र छवि, निश्छल उदार मन और बौद्धिक चेतना समाज और राष्ट्र के प्रति प्रेरित करती है। भ्रष्ट, अवसरवादी और दरबारी राजनीति के लिए यहाँ कोई संभावना नहीं है।

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