नई दिल्ली : पुनीत माथुर। हमें स्वस्थ व फिट बनाने के लिए हमेशा डॉक्टर हमें सलाद लेने की सलाह देते हैं और सलाद का सबसे अहम् हिस्सा होता है टमाटर। लेकिन हाल के दिनों में टमाटर हमें स्वस्थ रखने व खाने के स्वाद को बढ़ाने की बजाय हमें डराने में लगा हुआ है।
जी हां हम दक्षिण भारत में फ़ैल रहे ’टमाटर फ्लू’ यानि ’टोमैटो फ्लू’ के बारे में बात करने जा रहे हैं।
कोरोना महामारी के बाद कई बीमारियाँ सामने आ रही हैं जिनसे देश के नागरिकों में लगातार खौफ़ पैदा हो रहा है, टोमैटो फ्लू जिसमें से एक हैं। सी
इस आर्टिकल में हम जो जानकारियां डॉ. एस. के. शर्मा, चर्म रोग विशेषज्ञ, मोदीनगर, गाजियाबाद से बातचीत के द्वारा मिलीं उन्हे आपके साथ सांझा कर रहे हैं।
टोमैटो फ्लू क्या है?
टोमैटो फ्लू एक वायरल बीमारी है जिसके परिणामस्वरूप शरीर के कई हिस्सों पर छाले/चकत्ते, त्वचा में जलन, और बच्चों में निर्जलीकरण की समस्याएं होती हैं। यह वायरल बीमारी ज्यादातर पांच साल से कम उम्र के बच्चों में होती है। चूँकि, इस दौरान बच्चे के शरीर में बने छाले, चकत्ते, या फफोले और बच्चे का शरीर टमाटर की तरह लाल हो जाता है इस कारण इस वायरल बुखार का नाम टमाटर फ्लू यानि टोमैटो फ्लू रखा गया गया है।
टोमाटो फ्लू ओर टमाटर में क्या संबंध है?
यदि आप टोमैटो फ्लू नाम सुनने के बाद टोमैटो फ्लू और टमाटर के बीच में कोई संबंध ढूंढ रहे हैं तो हम आपको सलाह देंगे कि आप बेकार में कोई कोशिश न करें, क्योंकि दोनों के बीच कोई संबंध नहीं है।
दरअसल, टोमैटो फ्लू होने पर रोगी के शरीर पर टमाटर जैसे लाल रंग के फफोले या निशान हो जाते हैं। इसी कारण से इस संक्रमण का नाम टोमैटो फ्लू रखा गया है।
टोमैटो फ्लू के कारण क्या हैं?
इस बीमारी के कारण अभी भी किसी को मालूम नहीं है । स्वास्थ्य विभाग अभी भी टोमैटो फ्लू के कारणों की जांच कर रहे हैं। इसके पीछे कई विशेषज्ञ डेंगू या चिकनगुनिया को कारण मान रहे है । हालांकि यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि, टमाटर बुखार एक प्रकार का फ्लू है जो केवल छोटे बच्चों पर जो कमजोर होते हैं, उन्ही को संक्रमित करता है।
बीमारी को खतरनाक बनने से रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग जागरूकता अभियान चला रहा है।
हालांकि, यह बीमारी मुख्य रूप से केरल में फैली है। लेकिन देश का स्वास्थ्य मंत्रालय इसे लेकर चिंतित है। जिसके तहत कई राज्यों को अलर्ट कर दिया गया है।
टोमैटो फ्लू के लक्षण क्या हैं ?
फिलहाल अब तक सामने आए मामलों के अनुसार टोमैटो फ्लू के लक्षण निम्न प्रकार हो सकते है
तेज बुखार के साथ पूरा शरीर लाल हो जाना, बड़े फफोले, टमाटर के आकार का जो लाल रंग का होता है
चकत्ते
त्वचा में खराश
निर्जलीकरण
शरीर में दर्द
जोड़ों में सूजन
कुछ रोगियों में निम्न लक्षण भी दिखाई देते है जो कि टोमैटो फ्लू की गंभीरता को दर्शाते हैं ।
हाथों, घुटनों और नितंबों का मलिनकिरण
चक्कर उल्टी आना
उबकाई व
पेट में ऐंठन हो जाना गैस बनना
थकान व कमजोरी होना
सामान्य से ज्यादा खाँसना
छींक आना
अगर आपके बच्चे की उम्र पांच वर्ष या उसके करीब है और आप अपने बच्चे में उपरोक्त लक्षण देखते हैं तो आपको जल्द से जल्द डॉ दिखाना चाहिए।
टमाटर फ्लू का इलाज़ कैसे किया जा सकता है?
यहां सूचीबद्ध लक्षणों वाले मरीजों को जीका वायरस, चिकनगुनिया और डेंगू के निदान के लिए आणविक और सीरोलॉजिकल जैसी खून की जांचों से गुजरना चाहिए।
इसके अलावा श्वसन के नमूने और मल नमूने के जरिए आसानी से टोमैटो फ्लू के बारे में पता लगाया जा सकता है।
लेकिन संक्रमित होने की आशंका होने पर (लक्षणों के आधार पर) 48 घंटे के अंदर ही नमूने दिए जाने चाहिए।
एक जानकारी के अनुसार यदि इस संक्रमण को नियंत्रित नहीं किया गया तो इससे व्यस्क भी जल्द से संक्रमित होना शुरू हो सकते हैं।
इस बीमारी से बच्चों को टोमेटो फ्लू होने का अधिक खतरा है क्योंकि इस उम्र में वायरल संक्रमण सामान्य बात है और करीबी संपर्क से यह फैल सकता है। छोटे बच्चों को नैपी के इस्तेमाल, गंदी जमीनों व जगहों को छूने और चीजें सीधे मुंह में डालने से भी संक्रमण का खतरा है। अगर बच्चों में टोमेटो फ्लू के प्रकोप को नियंत्रित नहीं किया जाता तो वयस्कों में भी संक्रमण फैल सकता है और गंभीर परिणाम आ सकते हैं।
एक दूसरे में फैलता है टोमैटो फ्लू संक्रमण
फ्लू के अन्य मामलों की तरह, टोमैटो फ्लू भी संक्रामक है।
आप सब को जानकार हैरानी होगी कि टोमैटो फ्लू एक छूत की बीमारी है जो छूने से फैलती है। इसलिए अगर आपके आसपास कोई इस बीमारी से पीड़ित है तो उससे दूरी बनाकर रखें और उससे दूर रहे खासकर बच्चों को इस बीमारी वाले मरीज के करीब न आने दें। यह गलती आपके बच्चे को भारी पड़ सकती हैं। अगर आपका बच्चा इस गंभीर बीमारी की चपेट में आ गया है तो ऐसे में उसे सबसे अलग रखें और उसके करीब कम से कम जाएं। फ़िलहाल, राहत की बात यह किभारत में अभी तक टोमैटो फ्लू से किसी की जान नहीं गई है। यह निस्संदेह संक्रामक है, स्वास्थ्य विभाग ने आश्वासन दिया है कि यह घातक नहीं है और इसका इलाज किया जा सकता है। हालांकि, संक्रमित बच्चे के साथ निकट संपर्क से बचने की सलाह दी जाती है।
टोमैटो फ्लू का इलाज
टोमैटो फ्लू के लिए कोई उचित उपचार नहीं है। इसलिए, इस रोग को केवल लक्षणात्मक रूप से प्रबंधित किया जा सकता है।
अगर आपके बच्चे को टोमैटो फ्लू हो गया है तो आप अपने घर के अंदर और आसपास साफ-सफाई रखें। बच्चे के शरीर पर लाल चकत्ते होने पर उसे खुजलाना बंद कर दें। अपने स्वस्थ बच्चों को संक्रमित मरीजों से दूर रखें और उनके कपड़े बिस्तर आदि का इस्तेमाल करने से बचें।
विशेषज्ञ की माने तो इस बीमारी की सबसे बड़ी समस्या है कि इसमें रोगी के शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिसको ध्यान में रखते हुए रोगी के शरीर में पानी की कमी को दूर करते रहना होगा। फलों का जूस पीते रहें, शरबत पियें और शरीर में पानी की कमी को दूर करने के लिए पानी पीते रहें। अगर आपका बच्चा पानी नहीं ले रहा है तो ऐसे में उसे अस्पताल में भर्ती करा कर गलूकोज लगाईं जा सकती है।
अगर आपका बच्चा टोमैटो फ्लू से संक्रमित हो जाए तो क्या करें उपाए
अगर आपका बच्चा टोमैटो फ्लू से संक्रमित हो गया है तो निम्नलिखित बातों का खास ध्यान रखें :
तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
उचित स्वच्छता बनाए रखें
अपने बच्चे को फफोले खरोंचने न दें।
अपने बच्चे को उबला हुआ पानी पिलाकर उसे हाइड्रेटेड रखेंएम
बच्चे को नहलाने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल करें।
संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क से बचें।
फ्लू को फैलने से रोकने के लिए संक्रमित बच्चे द्वारा उपयोग किए जाने वाले कपड़े, बर्तन और अन्य सामान को अलग से साफ करना चाहिए।
टोमैटो फ्लू होने पर घरेलू उपाय
अगर आप टोमैटो फ्लू से जूझ रहा है तो आपको कोई भी घरेलु उपाय नहीं अपनाना चाहिए। फिलाहल, इस गंभीर बुखार के बारे में ज्यादा जानकारी मौजूद नहीं हैं, जिसकी वजह से बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह के उठाया गया कदम गंभीर परिणाम खड़े कर सकता है।
बल्कि, टमाटर बुखार के लक्षणों को जानें और देखते ही तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। त्वचा पर लाल छाले, त्वचा में जलन, जोड़ों में दर्द, नाक बहना, तेज बुखार, पेट दर्द, उल्टी, खांसी, शरीर में दर्द, छींक आना, दस्त और थकान इसके लक्षण हैं।
टमाटर फ्लू होने पर बच्चे को ज्यादा पानी पीना पड़ेगा। अगर आप पानी पी सकते हैं, तो कई समस्याएं हल हो जाएंगी। इसके अलावा रैश-आउट एरिया को भी धीरे से साफ करना चाहिए। अगर शरीर पर दोबारा घाव हो जाए तो सावधान हो जाएं। लेकिन उस रैश को अपने नाखूनों से किसी भी तरह से न खुजलाएं। ऐसे में संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ सकता है। ऐसे में सावधान रहने के अलावा कोई चारा नहीं है। *टोमेंटो फ्लू से बचने के उपाए
टोमाटो फ्लू से अपना और अपने बच्चों का बचाव करना बहुत ही आसान है। विशेषज्ञों के अनुसार इस बीमारी में मृत्यु दर बहुत कम है और इसका आसानी से इलाज हो सकता है। तो ऐसे में आप टोमाटो फ्लू से बचाव के लिए
निम्नलिखित उपाए कर सकते हैं
हर रोज कम से कम दो लीटर पानी लें, इसके अलावा अन्य पेय उत्पादों का सेवन भी कर सकते हैं, जैसे – ताजा जूस और नारियल पानी
यदि संभव हो तो ठंडे पानी की जगह गुनगुना पानी लें
अगर फफोले हो गए हैं तो उन्हें छूने से बचें
अपनी और बच्चों की साफ-सफाई का खास ख्याल रखें
अगर आपके घर में कोई टोमाटो फ्लू से संक्रमित हो गया है तो निम्नलिखित सावधानी रखें
टोमाटो फ्लू से संक्रमित व्यक्ति व बच्चे से उचित दूरी बनाकर रखें
संक्रमित के पास जाने से पहले मास्क और दस्तानों का उपयोग करें
संक्रमित के आसपास साफ़-सफाई का खास ख्याल रखें
सेनिटाइजर का उपयोग करें और हाथ को समय-समय पर धोते रहें
संक्रमित बच्चों के खिलौने, कपड़े, खाना और अन्य वस्तुओं को दूसरे बच्चों के इस्तेमाल न करें
संक्रमित होने के दौरान और संक्रमण से ठीक होने के बाद शरीर को आराम दें, कुछ ऐसा काम न करें जिससे थकान, बुखार और अन्य कोई शारीरिक समस्या हो ।
इस बीमारी का सावधानी व जागरूकता ही इलाज़ है, सावधान रहें स्वस्थ व सुरक्षित रहें।
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