नई दिल्ली: पुनीत माथुर। आज के गूगल डूडल में सफ़ेद कोट पहने एक महिला माइक्रोस्कोप में देखती नज़र आ रही हैंं। ये महिला हैंं डॉ. कमल जयसिंह रणदिवे। डॉ. कमल जयसिंह रणदिवे को भारत सरकार द्वारा चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में 1982 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये महाराष्ट्र से हैंं।

वर्तमान में जो महिलाओं की स्थिति है, जो कद है उसकी शुरुआत कई महिलाओं ने की जिसमें से एक हैं  डॉ. कमल जयसिंह रणदिवे।

कमल रणदिवे ने शुरुआती दौर में कैंसर पर कई शोध किए। वास्तव में, स्तन कैंसर की घटना और आनुवंशिकता के बीच संबंध का प्रस्ताव रखने वाली वह पहली शख्स थीं। इस बात की पुष्टि बाद में कई शोधकर्ताओं ने भी की। 



कमल का जन्म उस घर में हुआ जहां के पुरुष लड़कियों को पढ़ाने और उन्हें अपने पैरों पर खड़ा होना गलत नहीं समझते थे। कमल के पिता दिनकर पुणे के फर्गसन कॉलेज में एक जीवविज्ञान के प्रोफेसर हुआ करते थे। उनका उद्देश्य था कि घर के सभी बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा मिले खासकर बेटियों को।

कमल अपने पिता की उमीदों पर एकदम खरी उतरीं। उन्होंने जीवन की हर परीक्षा अच्छे अंकों से पास की। कमल हमेशा कुछ नया सीखती और उसमें अच्छा कर के दिखातीं। इसी तरह बेटी का दिमाग देख उनके पिता चाहते थे कि कमल डॉक्टर बनें और उनकी शादी भी किसी डॉक्टर से ही हो, लेकिन कमल ने वो रास्ता नहीं चुना उन्होंने फर्गसन कॉलेज से वनस्पति विज्ञान और जूलॉजी में स्नातक की पढ़ाई की और भारत की पहली और अग्रणी महिला वैज्ञानिकों में से एक बनकर उभरीं। 

वह भारतीय महिला वैज्ञानिक संघ (IWSA) की प्रमुख संस्थापक सदस्य भी थीं। डॉ. कमल जयसिंह रणदिवे को पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था।

आज इस महान महिला के जन्मदिन पर गूगल ने उनका डूडल बना कर उन तमाम महिलाओंं को सम्मान दिया है जो देश की उन्नति में अपना योगदान दे रही हैंं।



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