नई दिल्ली : पुनीत माथुर। ग़ाज़ियाबाद के सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री हरप्रसाद शास्त्री ट्रस्ट के अंतर्गत इस बार आठ दिनों तक वर्चुअल भजन संध्या का आयोजन किया गया जो फेसबुक के 'गुलमोहर' ग्रुप में लाइव दिखाया गया। 

'गुलमोहर' ग्रुप की संस्थापिका श्री हरप्रसाद शास्त्री की बेटी मशहूर लेखिका श्रीमति मधु शर्मा (न्यूयार्क) ने न्यूज़ लाइव टुडे को बताया कि इस विशेष कार्यक्रम में देश-विदेश से लगभग 36 लोगों ने भाग लिया एवं अलग-अलग आंचलिक भाषाओं में माता के भजन सुनाए।



कार्यक्रम के प्रथम दिन भारत से तृप्ति द्विवेदी मिश्रा (मघ्यप्रदेश), प्रमीला शरद व्यास (राजस्थान ), सुनीता माहेश्वरी (मध्यप्रदेश) एवं प्रियंका भट्ट (राजस्थान) ने विशेष आठ दिवसीय नवरात्रि कार्यक्रम का आरंभ करते हुए लोकगीत एवं गरबा गायन किया।

दूसरे दिन भारत से लीना झा (मुंबई), वंदना खुराना (लंदन), स्मृति त्रिवेदी (दोहा, कतर), इशीका झा (मुंबई) ने मैथिली, संस्कृत, पंजाबी एवं भोजपुरी में माता का गुणगान किया। 

कार्यक्रम का तीसरा दिन मिथिलांचल से झा सिस्टर्स के नाम रहा जिसमें दिल्ली से पायल झा, सहरसा से पल्लवी झा एवं चंपारन से उनकी छोटी बहन प्रियंका झा ने मैथिली में लोकगायन किया। इस भक्तिमय कार्यक्रम में उनका साथ दिया वैकुंवर (कनाडा) से शिखा पोरवाल जी ने जिन्होंने नवरात्रि में कलश की महत्ता बताई और स्वरचित रचना प्रस्तुत की।

कार्यक्रम के चौथे दिन की शुरुआत मंच संचालिका प्रियंका झा (चंपारन) ने संस्कृत के श्लोक से की, उनके साथ जुड़ी रहीं वर्जीनिया से मंजू श्रीवास्तव, भारत से डा. मीरा सिंह, न्यूयार्क से मधु खरे।



कार्यक्रम के पांचवे दिन लोकगीतों को लेकर आई थीं पटना बिहार से डा. मीना कुमारी, गुजरात से इप्शिता यतीश, अमेरिका से मधु खरे एवं दोहा (कतर) से स्मृति त्रिवेदी।

नवरात्र के छठे दिन कार्यक्रम में भाग लिया बिहार से अंजू भारती, लंदन से अरूण गुप्ता, पूना से डा. कुसुम ठाकुर एवं शिकागो (अमेरिका) से संगीता सिंह ने, जिन्होंने कश्मीरी, मैथिली, भोजपुरी एवं हिंदी में माता के लोकगीत गाये। 



कार्यक्रम के सातवें दिन प्रवासी भारतीयों के नाम रहा जिसमें न्यूयॉर्क से नरेंद्र कपूर, डा. नीलिमा मदान, बुध जसूजा, ज्योति गुप्ता, राज धींगरा, रमा बहरी, अंजू शर्मा, गौतम चोपड़ा, अमिता कारवाल एवं रेखा विचारा ने पंजाबी, अवधी एवं हिंदी में माता के लोकगीत गाये।



कार्यक्रम के अंतिम दिन की शुरुआत की मंच संचालिका प्रियंका झा (चंपारन) ने संस्कृत के श्लोकों से उनका साथ दिया दिल्ली से ज्योति राहुल उपाध्याय, अमेरिका से मधु खरे, भारत से डा. मीरा सिंह जी, अमेरिका से बुध जसूजा एवं आयोवा (अमेरिका) से डा. श्वेता सिंहा ने जिसमें पंजाबी, हिंदी, संस्कृत एवं मैथिली भाषा में भजन गा कर शक्ति को नमन किया गया।



आठ दिन तक लाइव चले इस कार्यक्रम में मंच संचालिका प्रियंका झा ने प्रतिदिन माता के अलग-अलग रूपों का वर्णन किया, साथ ही नवरात्रि में रंगों का महत्व भी बताया, कार्यक्रम में मंच की संयोजिका मधु शर्मा की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही ।

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