नई दिल्ली : पुनीत माथुर। छत्तीसगढ के बैकुंठपुर के तलवापारा में 18 अगस्त को वेदप्रकाश  को गंभीर रूप से जली हुई  हालत में जिला अस्पताल बैकुंठपुर लाया गया था। लड़के की हालत गम्भीर होने पर उसे जिला अस्पताल द्वारा तत्काल रायपुर रेफेर कर दिया गया था, जहां कालड़ा बर्न हॉस्पिटल में इलाज के दौरान 26 अगस्त को आहत उसकी मौत हो गई। 

लड़के की मौत के बाद मृतक के परिजनों ने थाना कोतवाली बैकुंठपुर को सूचना दी कि वेदप्रकाश की मौत एक लड़की और उसकी मां के द्वारा पेट्रोल डालकर आग लगाने से हुई है।

इस शिकायत पर थाना कोतवाली टीम ने थाना राजेन्द्र नगर रायपुर से मर्ग डॉयरी मंगाई, उक्त मर्ग डायरी का अवलोकन किया गया जिसमें मृतक ने अपने मरणासन्न कथन में बताया था कि उक्त लड़की से उसकी पहले से दोस्ती थी। घटना वाले दिन लड़की ने लड़के को घर बुलाया था, घर पर उसकी मां भी थी। दोनों ने मृतक से शादी करने का दबाव डाल कर  ब्लैकमेल करते हुए पैसे की मांग की। 

लड़के के मना करने पर लड़की और उसकी मां ने पेट्रोल डालकर आग लगा दी । डायरी अवलोकन पर अपराध घटित होना पाए जाने से धारा 302, 384 आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध कर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया। 

पुलिस अधीक्षक कोरिया द्वारा आरोपियों को यथाशीघ्र गिरफ्तार करने का निर्देश देने पर थाना बैकुंठपुर टीम आरोपियों के घर पर पहुंची जहाँ पता चला कि घटना वाले दिन से घर में ताला बन्द कर दोनों फरार हैं।

मुखबिर की सुचना पर गुरुवार को दोनों आरोपियों को तलवापरा में पुलिस ने घेराबन्दी कर हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल किया और दोनों माँ बेटी को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया।



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