नई दिल्ली (पुनीत माथुर). मां की ममता के तो तमाम किस्से आपने देखे और सुने होंगे, लेकिन जो किस्सा हम आपको बताने जा रहे हैं वो जरा कुछ हटकर है. उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद रेलवे स्टेशन की यह घटना किसी को भी भावुक कर देने वाली है.

 एक तीन साल की  मासूम बच्ची ने अंजान शहर में अंजान लोगो के बीच बेटी होने का पूरा फ़र्ज़ निभाया है. दरअसल, मुरादाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर बने फुट ओवरब्रिज पर एक महिला गर्मी की वजहा से बेहोश हो गई थी. महिला की गोद मे चिपका एक मासूम भूख से बिलख रहा था. ये सब नज़ारा महिला के पास में ही बैठी तीन साल  की मासूम बच्ची जिसे अभी ठीक से चलना भी नही आता है, देख रही थी. बच्ची को अपनी मां के साथ कुछ अनहोनी का अंदेशा हो गया था.

इसके बाद मासूम ने इधर उधर देखा, लेकिन उसे जब कोई मदद करता नहीं नज़र आया तो वो मासूम अपने नन्हे-नन्हे क़दमो से प्लेटफार्म नंबर एक पर बने जीआरपी थाने की तरफ़ जाने लगी. उसी दौरान सीढ़ी से उतर रही आरपीएफ़ की महिला कॉन्स्टेबल की नजर इस मासूम पर पड़ी. मासूम ने अपनी लड़खड़ाती ज़ुबान से कुछ कहना चाहा, लेकिन बोलने में नाकाम रहा. फिर मासूम इशारों-इशारों में कुछ कहने लगी.

पहले महिला पुलिसकर्मी समझी कि उसे शायद भूख लग रही है या फिर वह अपने परिजनों से बिछड़ गयी  है, लेकिन बच्ची ने  इशारों में महिला पुलिसकर्मियों से उसके साथ चलने की बात कही. पुलिसकर्मी उसके साथ फुटओवर ब्रिज पर पहुंची तो देखा कि वहां उसकी मां बेहोश पड़ी है और एक छोटा बच्चा उस बेहोश महिला के सीने से चिपका हुआ है.

महिला पुलिसकर्मियों ने पहले पानी मंगा कर उस महिला के चेहरे पर छींटे मारे और उन्हें होश में लाने की कोशिश की, लेकिन जब महिला होश में नहीं आई तब महिला पुलिसकर्मियों ने कंट्रोल रूम को सूचना देकर एंबुलेंस बुलाई और जीआरपी पुलिस की मदद से महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां, उसका उपचार शुरू हुआ. डॉक्टर के मुताबिक महिला 3 महीने की गर्भवती है इस वजह से और गर्मी की वजह से वो बेहोश हो गई.

2-year-old girl, barely able to walk or articulate sought help from RPF jawans after the toddler's mother went unconscious on platform floor with 6-month old baby beside her. The toddler walked to other platform for help.Incident took place at Moradabad railway stn on Saturday pic.twitter.com/gjMgM0KG4r


— Arvind Chauhan (@Arv_Ind_Chauhan) July 5, 2021

जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तैनात स्टाफ नर्स माधुरी सिंह ने बताया कि महिला को कमजोरी के चलते बेहोशी की हालत में जीआरपी ने भर्ती कराया था. बेहोश महिला के साथ 2 बच्चे थे एक बच्ची जो 3 साल की थी वो काफी एक्टिव थी, और मेडिकल स्टाफ के साथ वो भी अपनी मां की बहुत देखभाल कर रही थी. शाम होते होते महिला होश में आ गई. महिला ने बताया कि उसका नाम परवीन है और वह हरिद्वार जनपद के कलियर शरीफ की रहने वाली है. पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है और वह अपने घर चली गई है.

वहीं इस मामले में जानकारी देते हुए राजकीय रेलवे पुलिस की क्षेत्राधिकारी देवी दयाल ने बताया कि ड्यटी पर तैनात जीआरपी के जवानो की कोशिश से एक महिला की जान बचाई जा सकी है.

विज्ञापन 


Share To:

Post A Comment: