नई दिल्लीः पुनीत माथुर । देश भर में कोरोना से बचाव के लिए कई राज्यों ने कावंड यात्रा रद कर दी है। अब उत्तर प्रदेश सरकार ने कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया है। योगी सरकार के इस फैसले से विश्व हिंदू परिषद (विहिप) संतुष्ट नहीं है। विहिप ने योगी सरकार ये कांवड़ यात्रा के रद फैसले पर फिर से विचार करने का आग्रह किया है। 

यूपी और उत्तराखंड सरकार के कांवड़ यात्रा रद्द करने के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने दोनों राज्य सरकारों से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। 

सुरेंद्र जैन ने कहा कि कांवड़ यात्रा हिंदुओं के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण धार्मिक यात्रा है जो देश को एकता में बांधती है। कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जाना चाहिए लेकिन यात्रा पर प्रतिबंध लगाना सही नहीं है। मेरी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकारों से अपील है कि वे अपने फैसले पर पुनर्विचार करें और यात्रा की अनुमति दें।

यात्रा आयोजित करने के तरीके खोजने के लिए शासकीय  निकायों को सुझाव देते हुए सुरेंद्र जैन ने कहा कि न्यायपालिका को अपने फैसले में चयनात्मक नहीं होना चाहिए। लोगों की धार्मिक आस्था को दबाने के बजाय, राज्य सरकारों और सुप्रीम कोर्ट को भविष्य में स्थिति को नियंत्रित करने के तरीके खोजने चाहिए।

उन्होंने यह भी बताया कि हाल के दिनों में कुछ प्रतिबंधों के साथ जगन्नाथ यात्रा की अनुमति दी गई थी। इसके अलावा बकरीद से पहले, केरल सरकार ने राज्य में त्योहार के जश्न के कारण वीकेंड लॉकडाउन से तीन दिन की रियायत की घोषणा की।

बता दें कि कुछ दिन पहले उत्तराखंड सरकार ने कोविड की तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए कांवड़ यात्रा रद्द कर दिया था। वहीं सुप्रीम कोर्ट के स्वत: संज्ञान लेने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी शनिवार को यात्रा निलंबित करने का निर्णय लिया है।

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