नई दिल्लीः पुनीत माथुर । शुक्रवार को चित्रकूट जेल में सीतापुर के शार्प शूटर अंशुल दीक्षित ने दो टॉप मोस्ट अपराधियों वसीम काला और मिराजुद्दीन को गोलियों से भून डाला। बाद में पुलिस ने मुठभेड़ में अंशुल उर्फ अंशू को भी मार गिराया। मिराजुद्दीन मुख्तार गैंग का शातिर अपराधी बताया जा रहा है।

शातिर अपराधी अंशुल कई महीने से जेल में निरुद्ध है। वेस्ट यूपी के गैंगस्टर वसीम काला और पूर्वांचल के मुख्तार गैंग का गुर्गे मिराजुद्दीन को भी काफी दिनों पहले चित्रकूट जेल में लाया गया था। शुक्रवार सुबह अंशुल ने मौका पाकर पिस्टल से दोनों बदमाशों पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। जब तक सुरक्षाकर्मी कुछ समझ पाते कई राउंड गोलियां वसीम और मेराजुद्दीन पर उतार दीं। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने अंशुल को ललकारा और आत्मसमर्पण करने को कहा, लेकिन उसने सुरक्षा कर्मियों पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में वह पुलिस की गोली से मारा गया। खबर मिलते ही आईजी, कमिश्नर, डीएम, एसपी समेत सारे आला अफसर जेल पहुंच गए। घंटेभर के अंदर जेल के अंदर कई थानों का फोर्स भी मोर्चा लेने पहुंच गई।

मारा गया बदमाश मुकीम सहारनपुर जेल से ट्रांसफर होकर आया था जबकि मुख्तार का गुर्गा मेराजुद्दीन बनारस से लाया गया था। बताया जा रहा है कि अंशु दीक्षित ने मुकीम, मेराजुद्दीन के अलावा तीन अन्य कैदियों पर भी हमला किया था। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।


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