नई दिल्लीः पुनीत माथुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक दिन पहले हुए सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच एनकाउंटर में अभी भी 15 जवान लापता हैं।  इसके अलावा 5 जवान शहीद हो गए हैं। दो दर्जन से ज्यादा जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, शनिवार को छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले बीजापुर और सुकमा की सीमा में सुरक्षाबलों तथा नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में दर्जनभर नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। एक महिला नक्सली का शव भी बरामद किया गया था।  हालांकि मुठभेड़ में पांच जवान भी शहीद हो गए। 

नक्सलियों के साथ मुठभेड़ इतनी भयानक हुई थी कि 15 के करीब जवान लापता हो गए हैं। इसके अलावा दो दर्जन से ज्यादा जवानों के घायल होने की खबर सामने आ रही है। इसमें से कुछ जवानों को रायपुर में और कुछ जवानों को बीजापुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल लापता जवानों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। 

छत्तीसगढ़ राज्य के नक्सल विरोधी अभियान के पुलिस उप महानिरीक्षक ओपी पाल ने जानकारी दी कि बीजापुर और सुकमा जिले से शुक्रवार की रात CRPF के कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया. बीजापुर जिले के तर्रेम, पामेड़ और उसूर से तथा सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम से दो हजार जवान इस एनकाउंटर में शामिल हुए थे। 

शनिवार दोपहर 12 बजे के आसपास बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा पर जगरगुंड़ा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जोनागुड़ा गांव के करीब नक्सलियों तथा पीएलजीए बटालियन और तर्रेम के सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई। उन्होंने बताया कि यह मुठभेड़ तीन घंटे से भी ज्यादा समय तक चली. मुठभेड़ में बस्तरिया बटालियन के दो जवान, कोबरा बटालियन का एक जवान और डीआरजी के दो जवान शहीद हो गए। 

घटना को लेकर देश के गृहमंत्री अमित शाह ने गहरा दुख जताया. उन्होंने छत्तीसगढ़ की घटना को लेकर ट्वीट कर कहा कि नक्सलियों से लड़ते हुए शहीद हुए बहादुर सुरक्षाकर्मियों को वह नमन करते हैं। उनकी वीरता को देश कभी नहीं भूलेगा। हमारी संवेदना उनके परिवार के लोगों के साथ है. गृहमंत्री ने लिखा कि शांति और प्रगति के दुश्मनों के खिलाफ हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।

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