नई दिल्लीः पुनीत माथुर। उत्तरखंड की सियासत में चल रही हलचल के बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मंगलवार को दिल्ली से देहरादून पहुंच गए। यहां जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के समर्थन में नारे लगाए।

विकासनगर विधायक मुन्ना सिंह चौहान और दून के मेयर सुनील उनियाल गामा उनके साथ दिल्ली से आए। मुख्यमंत्री शाम करीब 4 बजे राज्यपाल से मिल सकते हैं। इसके बाद वह अपना इस्तीफा दे सकते हैं।

हालांकि, राजभवन ने मुख्यमंत्री के राजभवन आने का खंडन किया है लेकिन यह भी कहा है कि यदि 2 बजे तक कोई उच्च स्तरीय निर्णय हो जाये तो कहा नहीं जा सकता है। वहीं, सोमवार से भाजपा विधानमंडल की बैठक के कयास को भी खारिज कर दिया गया है। मंगलवार शाम को सीएम आवास में किसी भी तरह की कोई बैठक भी नहीं है।

उत्तराखंड में पिछले तीन दिन से चल रहे सियासी संग्राम के बीच मुन्ना सिंह चौहान ने दिल्ली में सोमवार देर रात प्रेस वार्ता कर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पद से हटाये जाने की अटकलों पर विराम लगा दिया था। लेकिन, सीएम त्रिवेंद्र के राजभवन जाने की अटकलों के बीच प्रदेश मेंy सीएम चेहरा बदलने की चर्चाएं भी काफी तेज हो गई हैं।

गौरतलब है कि राजधानी देहरादून में दिल्ली से विशेषतौर से भेजे गए पर्यवेक्षक व झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की अध्यक्षता में हुई कोर कमेटी की बैठक के बाद सिंह ने अपनी रिपोर्ट पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी है। सूत्रों की मानें तो उत्तराखंड में असंतुष्ट नेताओं सहित बेलगाम होती ब्यूरोक्रेसी सहित मंत्रिमंडल विस्तार में देरी बातों का उल्लेख किया गया है। रिपोर्ट के आधार पर ही सीएम त्रिवेंद्र के भाग्य का फैसला होना तय है।

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