नई दिल्ली : पुनीत माथुर। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा गांव में संदिग्ध हालत में दो दलित नाबालिग लड़कियों की मौत के मामले में पेंच उलझता जा रहा है। इसमें परिवार से ही अलग-अलग बयान आ रहे हैं।
लड़कियों के भाई ने कहा है कि जब वह मौके पर पहुंचा तो दो मृतक दुपट्टे से बंधी थीं। हालांकि, तीसरी लड़की जिसकी हालत गंभीर है उसकी मां ने कहा है कि उसने मौके पर किसी भी लड़की को बंधा हुआ नहीं देखा था। मामला दलित समाज से होने की वजह से इस पर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है।
पुलिस को पॉइजनिंग का शक
बुधवार को बबुराहा टोला गांव में 13, 16 और 17 साल की तीन लड़कियां अपने खेत पर संदिग्ध हालत में बेहोश मिली थीं। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां दो को मृत घोषित कर दिया गया। तीसरी लड़की को गंभीर हालत में कानपुर रेफर किया गया है। शुरू में खबर आई थी कि ये तीनों एक ही दुपट्टे से बंधी पाई गई थीं।
पुलिस की छह टीमें कर रही जांच
ये तीनों लड़कियां एक ही परिवार से हैं। इनमें दो बहनें (चाचा-ताऊ की बेटियां) हैं। तीसरी लड़की उनकी बुआ थी। शवों के पास काफी झाग पड़ा था, इसलिए पुलिस ने पॉइजनिंग की आशंका जताई है। उन्नाव के एसपी आनंद कुलकर्णी का कहना है कि पोस्टमॉर्टम के बाद ही मौत की वजह पता चल सकेगी। जांच के लिए छह टीमें बनाई गई हैं।
भाई ने कहा- हमारी किसी से दुश्मनी नहीं
लड़कियों भाई ने कहा कि तीनों पहले स्कूल जाती थीं, लेकिन कुछ समय पहले परिवार ने उनका स्कूल जाना बंद करवा दिया था। उनके परिवार की गांव में किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। हालांकि, उन्होंने घटना के पीछे साजिश की आशंका जताई है। परिवार वालों ने बताया कि तीनों लड़कियां अपने ही खेत पर चारा लेने गई थीं। शाम तक नहीं लौटीं तो तलाश शुरू की गई।
छावनी में तब्दील हुआ बबुरहा गांव
घटना के बाद बबुरहा गांव को छावनी में तब्दील कर दिया है।उन्नाव जनपद के नौ थानों की पुलिस फोर्स गांव में तैनात है। इसके साथ ही 19 दरोगाओं, 70 मुख्य आरक्षी, 30 सिपाहियों की अतिरिक्त तैनाती की गई। वहीं, पीड़िता के गांव में कई लोग धरने पर बैठे हुए हैं। इनके साथ मौजूद सपा कार्यकर्ता घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं। सूचना आ रही है कि अखिलेश किसी भी वक्त पीड़ितों से मिलने पहुंच सकते हैं। इस सूचना के बाद गांव में पुलिस और सक्रिय हो गई है।
क्या है मामला?
उन्नाव में असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा गांव में बुधवार की रात खेत में संदिग्ध हालत में तीन नाबालिग बहनें मिली थीं। जिनमें से दो की मौत हो गई थी। तीसरी अस्पताल में जिंदगी-मौत से जंग लड़ रही है। मुंह से झाग निकल रहा था। पुलिस की प्राथमिक जांच में जहरीला पदार्थ खाने से हालत बिगड़ने की आशंका जताई है। शुरुआत में यह खबर आई थी कि लड़कियों के हाथ पैर दुपट्टे से बंधे थे। लेकिन मृतकों की मां ने इससे इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि हाथ-पैर किसी चीज से बंधे नहीं थे।
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