नई दिल्ली। किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने दो दिन पहले चार सदस्यीय कमेटी बनाई। कमेटी से भाकियू नेता भूपिंदर सिंह मान ने खुद को अलग कर लिया है।  इसकी जानकारी उन्होंने एक पत्र जारी करके दी है। उन्होंने कहा कि मैं  किसानों के साथ हमेशा खड़ा रहूँगा। उनके खिलाफ कभी नहीं जा सकता। 

बता दें कि तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की कई सीमाओं पर बैठे किसानों का आंदोलन 50वें दिन में प्रवेश कर चुका है। किसानों का कहना है की जब तक कानून रद नहीं किया जाएगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

वहीं, भूपिंदर सिंह ने कहा की चार लोगों की कमेटी में मुझे जगह दी गई, इसके लिए मैं सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देता हूं। लेकिन, एक किसान और यूनियन लीडर होने के नाते आम लोगों और किसानों की आशंकाओं को देखते हुए, मैं इस कमेटी से अलग हो रहा हूं। मैं पंजाब और किसानों के हितों से समझौता नहीं कर सकता हूं। इसके लिए मैं किसी भी पद को कुर्बान कर सकता हूं और हमेशा पंजाब के किसानों के साथ खड़ा रहूंगा।

कृषि कानूनों को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 12 जनवरी को चार सदस्यों की कमेटी बनाई थी। इसमें भूपेंद्र सिंह मान के अलावा इंटरनेशनल पॉलिसी एक्सपर्ट डॉ. प्रमोद कुमार जोशी, एग्रीकल्चर इकोनॉमिस्ट अशोक गुलाटी और शेतकरी संघटना, महाराष्ट्र के अनिल घनवट का नाम था।

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