नई दिल्ली : पुनीत माथुर। देश में कोरोना महामारी के बीच कई राज्यों में बर्ड फ्लू फैलने से सरकार की मुसीबतें बढ़ गई हैं। केन्द्र सरकार ने सभी राज्यों को बर्ड फ्लू पर अलर्ट जारी कर दिया है। सभी राज्यों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए दिल्ली में कंट्रोल रूम भी बनाया है। यह कंट्रोल रूम राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और केरल में बर्ड फ्लू की स्थिति पर भारत सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग से दैनिक आधार पर जानकारी प्राप्त करेगा, जिससे समय पर कदम उठाया जा सके। इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैठक की और संबंधित विभाग को जिले स्तर मुर्गी फार्मों की जांच करने को कहा।
बता दें कि कई राज्यों ने मंगलवार को बर्ड फ्लू के H5N8 स्ट्रेन को नियंत्रित करने को लेकर चेतावनी जारी की और मरे हुए पक्षियों के नमूने जांच के लिए भेजे। वहीं केरल में मुर्गियों और बत्तखों को मारना शुरू कर दिया गया है और इनकी बिक्री पर भी रोक लगा दी है। पड़ोसी राज्य की स्थिति को देखते हुए कर्नाटक और तमिलनाडु ने निगरानी बढ़ा दी है और इसे लेकर जरूरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
वहीं, मध्य प्रदेश में मरे हुए कौवों में घातक वायरस पाए जाने के बाद राज्य सरकार ने राज्य में बर्ड फ्लू का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा, राजस्थान के बारां में 100 से ज्यादा पक्षियों की रहस्मयी मौत के बाद वन विभाग ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया है। राजस्थान के झालावाड़, कोटा समेत 16 जिलों में अब तक 625 पक्षी जान गंवा चुके हैं। वहीं, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में पौंग झील अभयारण्य में अब तक 2739 प्रवासी और स्थानीय पक्षियों की मौत के बाद स्थानीय प्रशासन ने मुर्गिंयों, बतखों और अंडों की बिक्री पर रोक लगा दी है। बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद मृत पक्षियों को जमीन में दफनाया जा रहा है।
केरल के कुछ इलाकों में मंगलवार को संक्रमित पक्षियों को मारने का अभियान शुरू हो गया है। यहां पर करीब 50 हजार पक्षियों को मारा जाएगा। अब तक 1700 बतखों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा केरल में बर्ड फ्लू के प्रकोप के बाद मैसूर-केरल सीमा के एचडी कोटे तालुक में बोधी चेक पोस्ट पर जिला प्रशासन द्वारा मुर्गी और अन्य पक्षियों की तस्करी पर रोक लगा दी गई है।
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