नई दिल्ली : पुनीत  माथुर। उज्जैन में कालीदास अकादमी  के मुक्ताकाशी मंच 21वां अंतरराष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में दिल्ली की सुप्रसिद्ध कवियत्री नमिता नमन को ठहाका 'शकुंतला अवार्ड' से सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम वर्ष 2001 से प्रतिवर्ष ठहाका सम्मेलन के रूप में आयोजित हो रहा है, यह सम्मेलन का 21वां वर्ष है।

दिल्ली की नमिता नमन ने राष्ट्रीय स्तर के मंचों पर अपना काव्य पाठ किया है। नमिता गीत, ग़ज़ल व मुक्तक विधा में पारंगत हैं। आपकी प्रकाशित पुस्तक 'सीप में मोती' है। आपको तमिलनाडु,  आगरा हिंदी साहित्य अकादमी, अंतरराष्ट्रीय विश्व भाषा सम्मेलन, राजस्थान पत्रिका समाचार पत्र (काव्य सृजन), सूर्यकांत त्रिपाठी ' 'निराला' स्मृति सम्मान, काव्य शिखर सम्मान, बाबा विश्वनाथ लोक गौरव सम्मान, मुंशी प्रेमचंद स्मृति सम्मान, नवसृजन हिंदी रत्न सम्मान, राजस्थानी एसोसिएशन, राजस्थान पत्रिका तमिलनाडु निबंध प्रतियोगिता,एमिटी इन्टरनेशनल स्कूल काव्य प्रतियोगिता, शब्दांकुर श्री सम्मान सहित विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं द्वारा साहित्यिक सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है।



उन्होंने आईआईटी रुड़की कवि सम्मेलन, दिल्ली सरकार हिंदी अकादमी कवि सम्मेलन, श्यामलाल कालेज दिल्ली यूनिवर्सिटी, एमईआरआई जनकपुरी, अंतरराष्ट्रीय विश्व हिंदी सम्मेलन, भोपाल एअरपोर्ट पर कवि सम्मेलन, ए.आई.आई.ई.एम.एस. कवि सम्मेलन सहित विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के मंचों पर काव्य पाठ किया है।

इस बार हुआ ठहाका सम्मेलन अद्भुत, अद्वितीय व अविस्मरणीय कार्यक्रम रहा। इस अवसर पर कवियत्री नमिता नमन ने कहा कि उज्जैन की जनता व ठहाका टीम आपने जो प्यार स्नेह और सम्मान दिया वो ज़िंदगी भर मेरे ज़हन में ज़िंदा रहेगा और डा. महेंद्र यादव जी आपने मुझे जिस आत्मीय सम्मान से नवाज़ा है उसके लिए मैं नतमस्तक और निःशब्द हूँ। 

कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षामंत्री मोहन यादव व अभिनेता असरानी द्वारा 'शकुंतला सम्मान' दिया गया। कार्यक्रम में कवि जानी बैरागी, कवि अशोक भाटी, कवि कुलदीप रंगीला, कवि नरेन्द्र सिंह' अकेला', कवियत्री सबीहा असर आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालक कवियत्री राशि मिश्रा (जापान) व सूत्रधार महेंद्र यादव थे।

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