नई दिल्ली : पुनीत माथुर। भरतीय महिला पायलटों द्वारा उड़ाई गई एयर इंडिया की सबसे लंबी डायरेक्ट फ्लाइट ने बेंगलुरु एयरपोर्ट पर लैंड कर इतिहास रच दिया है। सैन फ्रांसिस्को से उड़ान भरने वाली ये फ्लाइट नॉर्थ पोल के ऊपर से गुजरते हुए 16 हजार किलोमीटर का सफर तय कर 11 जनवरी की सुबह बेंगलुरु के केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची।

ये फ्लाइट करीब 17 घंटे लंबी थी। इस फ्लाइट का संचालन कैप्टन जोया अग्रवाल के नेतृत्व में कैप्टन पापागिरी थनमई, कैप्टन आकांक्षा सोनवरे और कैप्टन शिवानी मानहर ने किया।

बेंगलुरु एयरपोर्ट पर महिला पायलटों का ग्रैंड वेलकम किया गया। एयर इंडिया ने महिला पायलटों की तस्वीरें पोस्ट करते हुए लिखा, “वेलकम होम। हम इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बनने के लिए AI176 के पैसेंजर्स का भी शुक्रिया करते हैं।”

कैप्टन जोया अग्रवाल ने न्यूज एजेंसी ANI से कहा, “आज हमने न केवल नॉर्थ पोल के ऊपर से उड़ान भर कर इतिहास रचा है, बल्कि सभी महिला पायलटों ने सफलतापूर्वक ऐसा कर भी इतिहास रचा।हम सभी इसका हिस्सा बनकर खुश हैं। इस रूट से 10 टन फ्यूल की बचत हुई है।"

एविएशन एक्सपर्ट्स के अनुसार,  नॉर्थ पोल के ऊपर से उड़ान भरना काफी तकनीकी है और इसके लिए स्किल और अनुभव की जरूरत होती है. भले ही एयर इंडिया के पायलट पहले भी पोलर रूट से उड़ान भर चुके हैं, लेकिन यह पहली है जब महिला पायलट टीम नॉर्थ पोल के ऊपर से उड़ान भरी।

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