नई दिल्ली : पुनीत माथुर। राजस्थान के जालोर जिले में मुख्यालय से 7 किलोमीटर दूर महेशपुरा गांव में बीती रात नाकोड़ा तीर्थ से दर्शन कर लौटते समय जैन श्रद्धालुओं से भरी बस 11 हजार वोल्ट की हाइटेंशन लाइन की चपेट में आ गई और बस में आग लग गई। इससे 6 लोग जिंदा जल गए जबकि 36 लोग झुलस गए। इनमें से ज्यादातर जालोर जिला अस्पताल में भर्ती हैं। कुछ लोगों की हालत गंभीर होने के चलते उन्हें जोधपुर रेफर कर दिया गया।
हादसे में ब्यावर की सोनल, सुरभि, चांद देवी, अजमेर के राजेन्द्र और ड्राइवर धर्मचंद जैन की मौत हो गई। कंडक्टर की भी मौत हो गई। जो लोग झुलसे हैं उनमें से कुछ की पहचान हो पाई है। इनमें जयपुर की प्रियंका, अजमेर की निशा, ब्यावर की शकुंतला, अनौसी, भीलवाड़ा की शिल्पा बाफना, ब्यावर की सुनीता, जयपुर की सीमा, रितिका और शिल्पा शामिल हैं।
जैन श्रद्धालु दो बसों में शुक्रवार शाम ब्यावर से रवाना हुए थे। सभी जालोर जिले के जैन मंदिर में दर्शन करने पहुंचे। दर्शन के बाद लौटते समय रास्ता भटककर महेशपुरा गांव पहुंच गए। गांव की संकरी गलियों से गुजरते समय एक बस 11 केवी लाइन की चपेट में आ गई और करंट फैलने से बस में आग लग गई।
बस में सवार यात्री नाकोड़ा के बाद मांडोली में दर्शन करने गए थे। शनिवार देर शाम सभी जालोर पहुंच गए। यहां खाना खाने के बाद उन्हें ब्यावर जाना था। गूगल मैप से ब्यावर का रास्ता देखते हुए बस आगे बढ़ रही थी। गलती से बस महेशपुरा गांव पहुंच गई। गांव की गली में 11 केवी की लाइन काफी नीचे थी। कंडक्टर हाइटेंशन लाइन की ऊंचाई देखने के लिए बस पर चढ़ गया और तार को हटाने लगा, इसी दौरान बस में करंट फैल गया और आग लग गई।
Post A Comment: