नोएडा : पुनीत माथुर। यहाँ पुलिस टीम ने 23 दिसम्बर को कुछ ऐसा किया कि जिसको भी पता चला उसने टीम की ख़ूब तारीफ़ की। दरअसल सेक्टर 145 के पास एक्सप्रेस वे पर रात्रि करीब 8-9 बजे एक महिला (उम्र 38 साल) व उसके साथ एक 3 साल की बच्ची खड़ी मिली जिसे गश्त के दौरान थानाध्यक्ष नॉलेज पार्क वरुण पंवार ने टोका व पूछा तो महिला ने बताया, "मेरा नाम सरबती है,  मेरे पति का नाम दुलीचन्द है, मैं  सुरीर मथुरा से नोएडा में अपनी बेटी के यहाँ जाने के लिए आई हूं। मेरी बेटी सहनजी गाँव में रहती है जो एक्सप्रेस वे के पास ही पड़ता है।" 

इस पर डेल्टा कंट्रोल रूम के माध्यम से सहनजी गाँव की जानकारी सभी थानों से कराई गई, परन्तु इस नाम का कोई गाँव  पूरे गौतमबुद्धनगर में कोई नहीं मिला। 

महिला के पास किसी का भी मोबाइल नम्बर नहीं था, न अपने गाँव का न अपनी बेटी व दामाद का। अनपढ़ होने की वजह से कुछ खास बता भी नहीं पा रही थी। अब पुलिस के सामने चुनौती थी कि कैसे इस महिला को सुरक्षित उसकी मंजिल तक पहुँचाया जा सके? कैसे जानकारी की जाए उसकी बेटी व दामाद इतने बड़े गौतमबुद्धनगर में कहाँ रहते होंगे? 

महिला रास्ता भटक जाने व रात हो जाने के कारण घबरा भी गयी थी, ऐसे में महिला को हिम्मत बंधाते हुए उससे बातचीत जारी रखी गयी। 

अब ये सोचा गया कि महिला अपनी बेटी के गाँव का नाम सहनजी बता रही है कहीं वो सहनजी न होकर CNG पम्प न हो। अब महिला से पूछा गया कि क्या सहनजी के पास गाड़ियां खड़ी होती हैं तो उसने बताया कि हाँ बसें भी खड़ी होती हैं। 

फिर डेल्टा कंट्रोल के माध्यम से पुनः हाइवे के पास पड़ने वाले सभी CNG पंपों की जानकारी की गई तो इकोटेक फर्स्ट थाना एरिया में मुरसदपुर गाँव के पास CNG पम्प बताया गया। 

पुलिस टीम महिला को उक्त पम्प के पास ले गई तो पम्प देखते ही महिला का चेहरा खिल गया व खुश होकर बोली, "यही है"।

फिर आगे का घर तक का रास्ता महिला ने स्वयं बताया। महिला को सुरक्षित उसकी पुत्री व दामाद के सुपुर्द किया गया। महिला के दामाद विजयपाल ने कहा, "ये दिन के 2 बजे से सुरीर से  चली हुई हैं हम लोगों ने इनकी चिंता में खाना तक नहीं खाया। हम भी किसी अनहोनी से डरे हुए थे।" 

महिला व उसके परिजनों की  आँखे भर आईं व पुलिस का बार- बार हाथ जोड़कर धन्यवाद किया।

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