सर्दियों में मौसम में लोग अमरुद खाना पसंद करते हैं। खाने के साथ यह फल हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है।  सर्दियों के दिनों में अधिकतर लोगों में बुखार, एसिडिटी, कब्ज आदि की समस्या होती है। इसमें अमरूद का सेवन करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। अमरूद में विटामिन-सी और कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। आइए जानते हैं अमरुद  के फायदे….

तेज बुखार का इलाज : यदि आपको तेज बुखार है और आसपास अमरूद का पेड़ है तो चिंता की कोई बात ही नहीं। अमरूद का औषधीय प्रयोग लाभकारी होता है। अमरूद के पत्तों को पीसकर इसका रस निकालकर बुखार से पीड़ित व्यक्ति को पिलाने से बुखार कम होता है। ऐसा करन से तत्काल शरीर का तापमान गिर जाता है।

हिमोग्लोबिन बढ़ाता है अमरूद : अमरूद में आयरन और विटामिन सी दोनों ही भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। चूंकि हिमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए इन दोनों ही तत्वों की आवश्यकता होती है इसलिए अमरूद का सेवन लाभदायक है। एनीमिया से ग्रसित व्यक्ति को अमरूद का सेवन जरूर करना चाहिए।

एसिडिटी और कब्ज : अमरूद के बीज एसिडिटी कम करने में काफी कारगर होते हैं। इसके लिए अमरूद के बीज निकालकर उसमें गुलाब जल और मिश्री मिला लें। इस मिश्रण का सेवन करने से एसिडिटी कम होती है। जिन्हें ज्यादातर कब्ज की समस्या बनी रहती है, उन्हें दिन मेंं दो बार अमरूद का सेवन करना चाहिए।

पेचिश और हैजा : बच्चों में पेचिश होने पर अमरूद की 15 ग्राम जड़ को एक गिलास पानी में तब तक उबालें, जब तक यह आधा न हो जाए। इसके बाद इसे बच्चों को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दिन में 2-3 बार पिलाते रहें, इससे बच्चों को लाभ पहुंचेगा। इसके अतिरिक्त हैजा होने पर भी अमरूद की छाल और इसके पत्तों को पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर पीने से राहत मिलती है।

बवासीर का इलाज : बवासीर  के इलाज में अमरूद की छाल काफी फायदेमंद होती है। 5-10 ग्राम अमरूद की छाल का चूर्ण का काढ़ा बनाकर सेवन करने से बवासीर ठीक हो जाता है। अच्छे परिणामों के लिए बवासीर के मरीजों को यह काढ़ा लगातार 1 माह तक प्रतिदिन एक बार पीना चाहिए।

नोट : अगर आप किसी भी बीमारी के मरीज है तो डॉक्टर की सलाह के बाद ही इन चीजों के सेवन करें।

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