कवि अशोक भाटी को ठहाका 'कालिदास सम्मान' एवं दिल्ली की नमिता 'नमन' को ठहाका “शकुंतला अवार्ड“ दिया जाएगा

नई दिल्ली : पुनीत माथुर। आगामी 11 जनवरी को उज्जैन में कालिदास अकादमी के मुक्ताकाशी मंच पर 21 वां अंतर्राष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन में कवि अशोक भाटी को ठहाका 'कालिदास सम्मान'  एवं दिल्ली की नमिता नमन को ठहाका 'शकुंतला अवार्ड' प्रदान किया जाएगा। 

अंतरराष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन के संस्थापक संयोजक डॉ. महेन्द्र यादव ने बताया कि वर्ष 2001 से ठहाका सम्मेलन प्रतिवर्ष आयोजित हो रहा है, यह आयोजन का 21वां वर्ष है। यह आयोजन आमजन के लिए  निःशुल्क होगा तथा आयोजन के दौरान प्रशासन द्वारा तय कोरोना की गाइड लाइन का पूर्णतः पालन किया जाएगा। 

कालिदास अकादमी के प्रवेश गेट पर सेनेटाइजर एवं मास्क की व्यवस्था संस्था द्वारा की जाएगी। डॉ. महेन्द्र यादव ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय ठहाका सम्मेलन में इस वर्ष से ठहाका ‘शकुंतला अवार्ड’ शुरू किया जा रहा है। संस्कृत व हिंदी साहित्य के लिए कार्य करने वाली देश की सर्वश्रेष्ठ महिला को यह सम्मान प्रदान किया जाएगा। 

उन्होने बताया कि कालिदास रचित 'अभिज्ञान शकुंतलम्' में राजा दुष्यंत और शकुंतला की प्रणय कथा का वर्णन है। 'अभिज्ञान शाकुंतलम्' न केवल संस्कृत साहित्य का अपितु विश्व साहित्य का सर्वोत्कृष्ट नाटक है। 

डॉ. महेन्द्र यादव ने बताया कि लोकप्रिय कवि एवंम साहित्यकार अशोक भाटी मंच पर हास्य व्यंग्य के कवि हैं, लेकिन वो मूलतः नवगीतकार हैं और अध्यात्म विषयों पर उनकी अनेक रचनाएं हैं। संत सुधांशु महाराज पर ' सुधांशु मंगलम' नाम से उनकी पुस्तक प्रकाशित हुई है । वे हांगकांग, फिलीपींस, दुबई, सिंगापुर, पूज्य मोरारी बापू की राम कथा के अंतर्गत पूर्वी अफ्रीकी (नैरोबी) सहित देश विदेश में आयोजित कवि सम्मेलन में कविता पाठ कर चुके हैं। 

कवि अशोक भाटी 


अशोक भाटी को कोटा (राजस्थान) से भारतेंदु हरीशचंद्र पुरस्कार, मैनपुरी इटावा से महादेवी स्मृति पुरस्कार, विक्रमोत्सव में विक्रम अलंकरण पुरस्कार, राउ इंदौर में मालवा रत्न पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। आपकी नवगीतों/व्यंग्य पर पुस्तक 'बात चलती है', बोधि प्रकाशन जयपुर से प्रकाशित हो चुकी है। उनकी प्रसिद्ध और बहुश्रुत कविता के विषय चिड़िया, कृष्ण घण्टी संवाद, समुद्र मंथन, महाभारत एक उत्तम जीवनशैली, गंगाजल, शबरी के बैर आदि हैं। अशोक भाटी मंच और साहित्यिक कार्यक्रमों के सिद्धहस्त कवि हैं।

दिल्ली की नमिता 'नमन' गीत, ग़ज़ल, मुक्तक विधा में पारंगत हैं। आपकी प्रकाशित पुस्तक ‘सीप में मोती’ है। आपको तमिलनाडू, आगरा हिंदी साहित्य अकादमी अंतर्राष्ट्रीय विश्व भाषा हिंदी सम्मेलन, राजस्थान पत्रिका समाचार पत्र (हिंदी काव्य सृजन), सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ स्मृति सम्मान, काव्य शिखर सम्मान, बाबा विश्वनाथ लोक गौरव सम्मान, मुंशी प्रेमचंद स्मृति सम्मान, नवसृजन हिंदी रत्न सम्मान, राजस्थानी एसोसिएशन व राजस्थान पत्रिका तमिलनाडु निबंध प्रतियोगिता, एमिटी इंटरनेशनल स्कूल काव्य प्रतियोगिता सम्मान, शब्दांकुर श्री सम्मान सहित विभिन्न साहित्यिक संस्थाओं द्वारा साहित्यिक सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। 

सुश्री नमिता 'नमन' 


आपके द्वारा आज तक मीडिया तेज़ चैनल काव्य पाठ, जी राजस्थान, न्यूज 18, सुदर्शन चैनल, लाईव 24, समाचार प्लस चैनल व एनी चैनल इत्यादि पर काव्य पाठ किया जा चुका है। 

आईआईटी रूडकी कवि सम्म्मेलन, दिल्ली सरकार हिंदी अकादमी कवि सम्मेलन, श्यामलाल कॉलेज, दिल्ली  यूनिवर्सिटी, एमईआरआई जनकपुरी, अंतराष्ट्रीय विश्व हिंदी सम्मेलन, भोपाल एअरपोर्ट पर काव्य पाठ, एआईआईएमएस कवि सम्मेलन सहित विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के काव्य मंचों पर काव्य पाठ किया है।

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