🙏जय श्री राधे कृष्ण🙏
मित्रों भगवान श्री कृष्ण द्वारा अपने विषय में बताए जाने पर भावविभोर हुए अर्जुन ने श्री भगवान की स्तुति की। आज के श्लोक में इसी स्तुति का एक अंश प्रस्तुत है .....
(अर्जुन द्वारा स्तुति)
अर्जुन उवाच
परं ब्रह्म परं धाम पवित्रं परमं भवान् ।
पुरुषं शाश्वतं दिव्यमादिदेवमजं विभुम् ॥
(अध्याय 10, श्लोक 12)
इस श्लोक का भावार्थ : अर्जुन ने कहा - हे कृष्ण! आप परमेश्वर हैं, आप परब्रह्म हैं, आप परम-आश्रय दाता हैं, आप परम-शुद्ध चेतना हैं, आप शाश्वत-पुरुष हैं, आप दिव्य हैं, आप अजन्मा हैं, आप समस्त देवताओं के भी आदिदेव और आप ही सर्वत्र व्याप्त हैं।
शुभ दिन !
पुनीत माथुर
ग़ाज़ियाबाद
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