नयी दिल्ली : पुनीत माथुर। आज के समय में आधार कार्ड सबसे महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट बन गया है। किसी भी सरकारी योजना का लाभ पाने के लिए आधार कार्ड जरुरी है। इसलिए सभी को अपने परिवार के सदस्यों के आधार कार्ड समय- समय पर अपडेट करते रहना चाहिए। पैन कार्ड, बैंक खाता या फिर प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में आधार कार्ड उपयोगी है।
UIDAI के अनुसार नवजात बच्चे का भी आधार कार्ड बन सकता है। बच्चों के आधार कार्ड दो बार 5 साल और 15 की उम्र में अपडेट करना जरूरी हैं । इस बदलाव को बॉयोमीट्रिक अपडेशन कहते हैं जिसके अनुसार बच्चा 5 साल का हो जाए तो एक बार उसकी डिटेल अपडेट करानी अनिवार्य है। इसी तरह, बच्चा 15 साल का हो जाए तो दूसरी बार डिटेल्स अपडेट करानी पड़ती है।
UIDAI के नियमानुसार आधार अपडेट कराने के लिए किसी तरह का कोई डॉक्यूमेंट नहीं देना होगा। माता-पिता बच्चे के आधार कार्ड में बॉयोमीट्रिक डिटेल का अपडेशन अपने निकटतम आधार केंद्र पर जाकर करा सकते हैं। आधार अपडेट का पैसा नहीं देना होगा। इसकी जानकारी UIDAI की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
माता पिता अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवाने के लिए नवजात का जन्म प्रमाण पत्र या हॉस्पिटल की ओर से जारी डिस्चार्ज कार्ड/पर्ची के जरिए किसी भी आधार सेवा केंद्र पर जाकर आधार कार्ड बनवा सकते हैं। पांच साल से कम उम्र के बच्चों के बायोमेट्रिक्स यानी अंगुलियों के निशान और आंखों की पुतली की डिटेल नहीं ली जाती इसलिए इसे बाद में अपडेट कराना जरुरी होता है।
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