नई दिल्ली : पुनीत माथुर। साउथ के मशहूर अभिनेता और कॉमेडियन जयप्रकाश रेड्डी का सुबह 7 बजे गुंटूर में उनके घर पर निधन हो गया। जयप्रकाश रेड्डी बाथरूम में दिल का दौरा पड़ने से गिर गए। आनन-फानन में परिवार के सदस्य उन्हें अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया। फिलहाल वे गुंटूर में रह रहे थे क्योंकि सरकार ने कोरोना के कारण फिल्म की शूटिंग पर प्रतिबंध लगा दिया है।
जयप्रकाश रेड्डी का जन्म कुरनूल जिले के अल्लागड्डा क्षेत्र के शिरुवेलला गांव में एक कृषक परिवार में हुआ था। उनके पिता संभिरेडी पुलिस में सब-इंस्पेक्टर होने के साथ नाटक कलाकार भी थे।
जयप्रकाश ने नेल्लोर में प्राथमिक विद्यालय में पहली से 5वीं कक्षा तक की पढ़ाई की। बाद में उन्होंने नेल्लोर में रंगानिकुलपेटा हाईस्कूल में दाखिला लिया। उन्हें बचपन से ही नाटक में रुचि थी। पिता भी एक अभिनेता थे, इसलिए घर पर परिवार के सदस्य भी इसके खिलाफ नहीं थे। कहा जाता है कि पिता और पुत्र ने एक साथ नाटकों में अभिनय भी किया था।
शिक्षक-प्रशिक्षण पूरा करने के बाद वह गणित के शिक्षक के तौर पर भी उन्होंने नौकरी की थी। एक बार जब जयप्रकाश रेड्डी नलगोंडा में ‘गैप चुप’ नामक एक नाटक कर रहे थे, तब दासारी नारायण राव ने उनके अभिनय को पसंद किया और उन्हें निर्माता रामानायडू से मिलवाया। इस प्रकार उन्हें 1988 में प्रदर्शित फिल्म ‘ब्रह्मपुत्रु’ से तेलुगु सिनेमा में प्रवेश मिला।
उन्होंने 1997 में आई फिल्म प्रेमचुकुंदम रॉ में खलनायक के रूप में भी नाम कमाया। समरसिंह रेड्डी, जो बाद में बालकृष्ण के नायक बन गए, ने नरसिम्हा नायडू जैसी सफल फिल्मों में अपनी भूमिका से दर्शकों को प्रभावित किया। एक तरफ खलनायक के रूप में तो दूसरी ओर एक हास्य कलाकार के रूप में उन्होंने काफी नाम बनाया। जयप्रकाश रेड्डी ने तेलुगु सिनेमा जगत में कई लोगों, शीर्ष नायकों से लेकर युवा नायकों तक, के साथ काम किया है।
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