🙏🌹जय श्री राधे कृष्ण🌹🙏

प्रणाम मित्रों !

आज का यह श्लोक भी श्रीमद्भगवद्गीता के सातवें अध्याय 'ज्ञान विज्ञान योग' से ही है ....

येषां त्वन्तगतं पापं जनानां पुण्यकर्मणाम् ।
ते द्वन्द्वमोहनिर्मुक्ता भजन्ते मां दृढव्रताः ॥
(अध्याय 7, श्लोक 28)

इस श्लोक का अर्थ है : (भगवान श्री कृष्णा कहते हैं) - परन्तु निष्काम भाव से श्रेष्ठ कर्मों का आचरण करने वाले जिन पुरुषों का पाप नष्ट हो गया है, वे राग-द्वेषजनित द्वन्द्व रूप मोह से मुक्त दृढ़निश्चयी भक्त मुझको सब प्रकार से भजते हैं। 

शुभ दिवस !

पुनीत माथुर  
ग़ाज़ियाबाद
Share To:

Post A Comment: