नई दिल्ली : पुनीत कृष्णा । चीनी मोबाइल कंपनी वीवो के हटाने के बाद अब आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर कौन होगा इस पर अभी तक कोई खबर सामने नहीं आई है। हालांकि, इस ही बीच योगगुरु बाबा रामदेव की कंपनी पंतजलि  भी स्पॉन्सरशिप की दौड़ में शामिल आ चुकी है। पतंजलि कंपनी की ओर से इस बात की पुष्टि हुई है।

भारत और चीन के बीच चल रहे तनाव की वजह से चीनी मोबाइल फोन कंपनी ‘वीवो’ ने इस वर्ष टाइटल स्पॉन्सरशिप से हटने का फैसला किया था। इसके बाद बीसीसीआई इस पर मुहर लगा दी थी। वीवो टाइटल स्पॉन्सशिप के लिए हर वर्ष बीसीसीआई को 440 करोड़ रुपये का भुगतान करता है।


हालांकि वीवो और आईपीएल का अनुबंध साल 2022 तक का है। कोरोना वायरस की वजह से इस टाइम बाजार की हालत ज्यादा अच्छी नहीं है इसलिए बोर्ड भी समझता है कि एक वर्ष के लिए कोई नई कंपनी शायद वीवो जितना ही भुगतान न करे।

पंतजलि के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने एक अखबार से इस बातचीत में इसकी पुष्टि की है। तिजारावाला ने बोला, ‘हम इस वर्ष आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप के बारे में विचार कर रहे हैं, क्योंकि हम पतंजलि ब्रांड को एक वैश्विक मंच पर ले जाना चाहते हैं। उन्होंने यह भी बोला कि वह बीसीसीआई को इसके लिए एक प्रस्ताव भेजने की तैयारी कर रहे हैं।

हालांकि एक चीनी कंपनी के विकल्प के दौर पर एक राष्ट्रीय ब्रांड के तौर पर पंतजलि का दावा बहुत मजबूत है लेकिन उनका यह भी मानना है कि उसमें एक मल्टीनैशनल ब्रांड के तौर पर स्टार पावर की कमी है।
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