नई दिल्ली : पुनीत कृष्णा। औषधीय गुणों से भरपूर रामफल (शरीफा) इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ ही दिमाग को दुरूस्त करने व डायबिटिज में बहुत उपयोगी फल है। बलुई, लैटराइट, पथरीली, चिकनी, अम्लीय और क्षारीय मिट्टी में उगने वाले इस फल में प्रोटीन, कैल्शियम, थियामिन, रिबोफ्लेविन, नियासिन, एस्कार्बिक एसिड, पैंटाथैनिक एसिड होने कारण आंख, मस्तिष्क त्वचा आदि अधिकांश रोगों के लिए फायदेमंद है।
इसकी उपयोगिता इसी से समझी जा सकती है कि सौ ग्राम रामफल में 1.7 ग्राम प्रोटीन, 21 मिली ग्राम फास्फोरस, 30 मिग्रा कैल्शियम, 19.2 मिग्रा विटामिन सी मिलता है। किसी भी फल या खाद्य का अति सेवन भी आयुर्वेद में वर्जित है। वैसे ही रामफल के साथ है। यह ठंडी प्रकृति का होता है, इस कारण ज्यादा इस्तेमाल से सर्दी-जुकाम भी हो सकता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ाने के लिए रामफल बहुत ही फायदेमंद होता है। यह त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करने के साथ ही इसमें पोटेशियम की मात्रा होने के कारण यह मांसपेशियों के विकास में भी मदद करता है। विटामिन सी और बी-2 की मात्रा अच्छी होने के कारण पाचन क्रिया बढ़ाने के साथ ही इसका प्रयोग नियमित रूप से करने से मुक्त कणों के प्रभाव से भी यह बचाता है। इसके साथ ही यह दृश्य क्षमता को बढ़ाने में भी बहुत सहायक है।
रामफल खाने से हिमोग्लोबिन भी बढ़ता है। रामफल के औषधीय गुण कैंसर के प्रभाव को भी कम करने में सहायक होते हैं। इसमें विटामिन सी की मात्रा भरपुर होने के कारण यह मुंह, फेफड़ों, गला, गुदाशय, कोलन, पेट के कैंसर की संभावनाओं को कम करता है। डॉक्टर एसके राय ने यह भी बताया कि इसमें विटामिन बी-6 की मात्रा अच्छी होती है, जो कि हार्मोन को संतुलित करने में मदद करता है।
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