नयी दिल्ली : पुनीत कृष्णा। दिल्ली के धौलाकुआं से गिरफ्तार आईएसआईएस संदिग्ध आतंकी अबू यूसुफ उर्फ मुस्तकीम के पिता कफील अहमद ने रविवार को बलरामपुर में कहा मुझे पछतावा है कि मेरा बेटा ऐसे कामों में लगा है। 

"काश उसे एक बार के लिए माफ किया जा सके लेकिन उसने गलत काम किया है। अगर मुझे उसकी गतिविधियों के बारे में पता होता तो मैं उसे हमेशा के लिए पहले ही उसे घर छोड़ने को कह देता।"

बता दें कि यूसुफ को शनिवार को दिल्ली के धौला कुआं से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी से पहले दिल्ली पुलिस और आतंकी में हल्की मुठभेड़ भी हुई थी। घटनास्थल के पास आईईडी भी बरामद की गई।


यूसुफ की पत्नी ने कहा, ‘उसने घर पर बारूद और दूसरा सामान इकट्ठा किया हुआ था। जब मैंने उसे यह सब करने से मना किया तो उसने कहा कि मुझे उसे रोकना नहीं चाहिए। काश कि उसे माफ कर किया जा सके। मेरे चार बच्चे हैं, मैं कहां जाऊंगी?’

उधर पुलिस ने जब उसके वह बलरामपुर जिले के उतरौला कोतवाली क्षेत्र के बढ़या भैसाही गांव में दबिश दी तो काफी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ, मानव बम वाले दो जैकेट, कई धार्मिक साहित्य व अन्य संदिग्ध चीजें बरामद हुई। 

बता दें कि अबू यूसुफ बलरामपुर का ही रहने वाला है। आतंकी ने खुद ही कबूला था कि उसने आत्मघाती हमले के लिए बेल्ट भी तैयार कर रखी है। पुलिस और एटीएस उसके ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।

तलाशी में अबू यूसुफ उर्फ मुस्तकीम, उसकी पत्नी व चार बच्चों का पासपोर्ट भी बरामद हुआ है। हालांकि इस पासपोर्ट पर मुस्तकीम कहीं गया अथवा नहीं, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। गांव के कुछ लोगों ने दबी जुबान पुलिस को यह जरूर बताया कि मुस्तकीम अक्सर गायब हो जाता था, फिर वह कभी एक-दो महीने तो कभी 10-12 दिन में ही आ जाता था। वह कहां जाता था, इस बारे में उसके जवाब पर कई बार संशय बना रहता था।

मुस्तकीम का गांव के कुछ घरों आना-जाना ज्यादा था। यह बात सामने आने पर एटीएस और पुलिस ने इस घरों में भी तलाशी ली। यहां से कुछ दस्तावेज व कुछ लोगों के मोबाइल कब्जे में ले लिये।

लखनऊ की तरह की उतरौला में भी मुस्तकीम के घर वालों ने उसके लापता होने की सूचना दी थी। उतरौला कोतवाली की पुलिस उसे ढूंढ़ने भी लगी थी। घर वालों ने पुलिस को बताया था कि वह शुक्रवार को घर से निकलते समय यह कहा था कि लखनऊ में अपने रिश्तेदार के यहां जा रहा था। 

इस रिश्तेदार ने ही उसके घर की एक युवती की शादी तय करायी थी। पर, रात 10 बजे तक जब वह लखनऊ नहीं पहुंचा था और मोबाइल लगातार स्विच ऑफ मिलता रहा तो परिवारीजनों ने पुलिस को सूचना दे दी थी।
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