नई दिल्ली : पुनीत कृष्णा। आगरा बस हाईजैक मामले में बुधवार को खुलासा हुआ है। एसएसपी बब्लू कुमार ने मीडिया को बताया है कि बस को फ़ाइनेंस कंपनी वाले ले गए हैं, ड्राइवर और कंडक्टर को पैसा देकर छोड़ दिया गया है। साथ ही फ़ाइनेंस कंपनी वालों ने सवारियों को झांसी में उतार दिया है। 

उन्होंने बताया कि बस मालिक का कल देहांत हुआ था। वह किश्त नहीं दे पा रहा था। हालांकि अभी तक बस का कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस बस की तलाश में छापेमारी कर रही है।

बता दें कि आगरा में बदमाशों ने मंगलवार देर रात यात्रियों से भरी एक बस को हाईजैक कर लिया था। बस में 34 से ज्यादा सवारी बैठी थीं। अभी तक पुलिस को बस और सवारियों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। फिलहाल पुलिस की टीमें छापेमारी कर रही है। 

घटना मलपुरा थाना क्षेत्र के दक्षिणी बाईपास पर देर रात घटी। बस हरियाणा के गुरुग्राम से मध्यप्रदेश जा रही थी। जहां दो जाइलो में सवार आठ- नौ बदमाशों ने फाइनेंस कर्मी बनके सवारियों से भरी बस को रुकवाया और बस में दाखिल होते ही उन्होंने चालक और परिचालक को कुबेरपुर में उतार दिया। इसके बाद बस लेकर फरार हो गए। फिलहाल बस का कोई सुराग नहीं लग सका है।

ड्राइवर और कंडक्टर ने पुलिस अफसरों को बताया कि सात से आठ लोग थे, जो खुद को फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी बता रहे थे। कुछ मीडिया रिपोर्ट का कहना है कि बस मालिक ने किश्त नहीं चुकाया था, जिसके बाद फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी ड्राइवर और कंडक्टर को उतारकर सवारियों से भरी बस को लेकर चले गए।

एसएसपी बबलू कुमार के मुताबिक जिन लोगों ने बस को हाईजैक किया है, वे श्रीराम फाइनेंस कंपनी के हैं। पुलिस सवारियों के मोबाइल नंबर का पता लगाने के साथ आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। वहीं ड्राइवर और कंडक्टर से पूछताछ के साथ ई-सर्विलांस सिस्टम का भी सहारा लिया जा रहा है।

इस गंभीर घटनाक्रम को देखते हुए प्रदेश सरकार में अपर मुख्‍य सचिव गृह अवनीश अवस्‍थी ने इस घटना के बारे में सुबह करीब 10.30 बजे बयान जारी किया है कि इस बस को फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने अवैध तरीके से कब्‍जे में लिया है। बस में सवार सभी यात्री सकुशल हैं।
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