नई दिल्ली : पुनीत कृष्णा। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर दो बातें सामने आ रही हैं। पहली यह है कि उसे सुरक्षाकर्मी ने पहचान लिया और पुलिस को सूचना देकर उसे गिरफ्तार करवा दिया। दूसरी यह कि वो खुद ही यहां सरेंडर करने के लिए पहुंचा था और उसने महाकाल मंदिर में दर्शन के बाद खुद ही सुरक्षाकर्मी से चिल्लाकर कहा कि मैं ही विकास दुबे हूं।

उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह के अनुसार विकास दुबे महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए जा रहा था, तभी सुरक्षाकर्मी ने उसे पहचान लिया और पुलिस को इसकी सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। 



उधर यह बात भी सामने आई है कि विकास दुबे और उसके तीन साथी 250 रुपए की पर्ची लेकर आम लोगों के साथ दर्शन करने जा रहे थे। उसे एनकाउंटर का डर सता रहा था इसलिए दर्शन के बाद उसने खुद को सरेंडर कर दिया। 

गिरफ्तारी के बाद पुलिस जब उसे गाड़ी में ले जा रही थी उस दौरान का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वो चिल्लाकर कह रहा है, मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला।

पुलिस विकास दुबे से पूछताछ कर पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वो उज्जैन कैसे पहुंचा और मध्य प्रदेश में उसकी मदद कौन कर रहा था। उसके साथ दो लोग और थे जो अपना नाम बिट्टू और सुरेश बता रहे हैं।

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