नई दिल्ली : पुनीत कृष्णा।  त्याग, तपस्या व संकल्प शक्ति का प्रतीक पर्व हरियाली तीज 23 जुलाई को मनाया जाएगा। सुहागनों के लिए हरियाली तीज अत्यंत खास होती है। 

अखंड सौभाग्य की कामना पूर्ति के लिए महिलाएं निर्जला व्रत रखकर भजन-पूजन करती हैं। वहीं, अविवाहित युवतियां भी हरियाली तीज का व्रत रख सकती हैं। यह व्रत रखने से उन्हें योग्य वर की प्राप्ति होती है। 

शिव पुराण में हरियाली तीज के दिन भगवान शंकर व माता पार्वती के पुर्नमिलन का जिक्र है। श्रावण मास में पड़ने के कारण इसे श्रावणी तीज या छोटी तीज भी कहा जाता है। 


पति की लंबी उम्र व सुख-समृद्धि लिए सुहागन महिलाएं व्रत रखती हैं। श्रद्धा से भगवान शिव- पार्वती और गणेश का पूजन करने से समस्त कामनाएं पूर्ण होती हैं।

ऐसे करें पूजन : 
घरों में तोरण मंडप से सजाकर शिवलिंग, माता पार्वती व भगवान गणेश की मूर्ति चौकी पर विराजमान करें। पुष्प, अक्षत, चंदन, मिष्ठान, पान, सुपाड़ी अर्पित करके षोडशोपचार पूजन करें। कथा का पाठ करके भजन-कीर्तन करना चाहिए। विधि विधान से पूजन करने पर से समस्‍त कामनाएं पूर्ण होती हैं।
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