नई दिल्ली : पुनीत कृष्णा। कानपुर के बिकरु गांव में 8 पुलिसवालों की हत्या करने वाला गैंगस्टर विकास दुबे शुक्रवार सुबह कानपुर के पास एनकाउंटर में मारा गया। गैंगस्टर विकास दुबे को गुरुवार को उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था।
महाकाल का भक्त था विकास
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंका का पर्याय बना विकास दुबे महाकालेश्वर का भक्त था। घर पर भी रोज 2 घंटे पूजा करता था। इसके साथ सावन के महीने में वह सोमवार को आनंदेश्वर मंदिर में दर्शन करने के लिए जाता था। वह हर साल उज्जैन के महाकाल के दरबार में जाता था और बाबा का शृंगार करता था।
ऑपरेशन करवाकर हाथ में दुर्गा कवच डलवाया था
विकास ने ब्रह्मलीन महंत शोभन सरकार के कहने पर 2003 में हाथ के अंदर ऑपरेशन करवाकर जीवनरक्षक दुर्गा कवच को डलवा लिया था।
घर में मंदिर बनवाया
विकास ने 2001 में कानपुर देहात के शिवली थाने के भीतर भाजपा नेता और राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की हत्या कर दी थी। इस घटना के 4 महीने बाद उसने कोर्ट में सरेंडर किया। बाद में जेल से छूटा तो उसे हर पल जान पर खतरा सताने लगा था। गांव में भी उसने घर में मंदिर बना रखा था।
अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति पाने गया था महाकाल
2 जुलाई को बिकरू में 8 पुलिसवालों की हत्या के बाद से विकास दुबे फरार था। 6 दिन से वह पुलिस को चकमा दे रहा था। गुरुवार को वह महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल के दर्शन करने गया था। उसका मानना था कि महाकाल के दर्शन करने से अकाल मृत्यु से मुक्ति मिल जाती है।
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