नई दिल्ली : पुनीत कृष्णा। फरीदाबाद। कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी विकास दुबे फरीदाबाद पुलिस की गिरफ्त में आते-आते बच गया। छापेमारी से पहले ही वह गेस्ट हाउस से पैदल ही भाग निकला।
फरीदाबाद क्राइम ब्रांच को विकास दुबे के बड़खल चौक स्थित एक ओयो होटल में छिपने की जानकारी मिली थी। इसी आधार पर क्राइम ब्रांच ने होटल को चारों तरफ से घेर लिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने वहां फायरिंग की बात कही है, लेकिन पुलिस ने इससे इंकार किया है।
पुलिस टीम ने होटल के एक-एक कमरे की बारीकी से तलाशी ली लेकिन विकास दुबे वहां नहीं मिला। बताया जा रहा है कि वह छापेमारी से पहले ही चुपचाप पैदल ही वहां निकल गया। अब सीसीटीवी फुटेज से इसकी सच्चाई सामने आ सकती है कि वास्तव में वह गेस्ट हाउस में छिपा था या नहीं।
सीसीटीवी फुटेज में गमछा लपेटे हुए एक व्यक्ति दिख रहा है। विकास दुबे की डील-डौल वाले व्यक्ति ने नीले रंग का मास्क लगाया हुआ है। संभावित विकास दुबे ने नीली टी शर्ट और हल्की नीली जींस पहनी हुई है। उसकी तोंद और हेयरकट भी विकास दुबे से मेल खा रही है। फिर भी दावे से नहीं कहा जा सकता कि फुटेज में विकास दुबे ही है।
फुटेज में संभावित विकास दुबे रिशेप्शन काउंटर पर कुछ फारमेलिटी पूरी करता दिखाई पड़ रहा है। उसके पीछे मुंह पर हाथ लगाए एक युवक खड़ा हुआ है, जो संभावित विकास दुबे का साथी लग रहा है। इस युवक ने हल्की गुलाबी रंग की टी शर्ट पहनी हुई है।
बताया जाता है कि विकास दुबे फरीदाबाद में 2-3 दिन रूका था। वह ओयो होटल के अलावा नहर पार की न्यू इंदिरा कॉलोनी में अपने कुछ दूर के रिश्तेदारों के यहां भी ठहरा था। अंकुर व श्रवण नामक व्यक्तियों ने उसे यहां शरण दी थी। फरीदाबाद की स्पेशल क्राइम टीम ने इस मामले में अब तक कार्तिकेय ऑफ प्रभात, अकुंर व श्रवण की गिरफ्तारी की है।
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